भूपेश कैबिनेट में 9 मंत्री, सत्यनारायण-धनेन्द्र चूके, चौबे-अकबर, लखमा-डहरिया को मौका

भूपेश कैबिनेट में 9 मंत्री, सत्यनारायण-धनेन्द्र चूके, चौबे-अकबर, लखमा-डहरिया को मौका

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  • Publish Date - December 25, 2018 / 05:03 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कैबिनेट का शपथ ग्रहण हो गया है।  10 मंत्रियों में से 9 मंत्रियों ने शपथ ली। मंत्री का एक पद फिलहाल खाली रखा गया है। शपथ लेने वालों में रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, शिव डहरिया, रुद्र गुरु, उमेश पटेल, कवासी लखमा, प्रेमसाय सिंह टेकाम, जयसिंह अग्रवाल, और अनिला भेड़िया शामिल हैं। 

ये ले सकते हैं शपथ

राजधानी के पुलिस परेड मैदान पर 9 मंत्रियों ने शपथ ली। राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने मंत्रियों को शपथ दिलाई। मंत्रि के रुप में सबसे पहले शपथ लेने वालों में रविन्द्र चौबे हैं। उनके बारे में मुख्यमंत्री सोमवार को संकेत दे चुके हैं। वे पूर्व मंत्री और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। ब्राह्मण वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा महिला वर्ग से अनिला भेड़िया को मंत्री बनाया गया है।  वे दूसरी बार विधायक चुनीं गई है। वे महिला और आदिवासी वर्ग की शर्त पूरी करती हैं। प्रेमसाय सिंह टेकाम सरगुजा का प्रतिनिधित्व करते हैं और पूर्व में मंत्री रहे। मो. अकबर भी मंत्री बनाए गए हैं।  वे जोगी सरकार में मंत्री रहे। एकमात्र अल्पसंख्यक नेता। सर्वाधिक वोटों से जीत का रिकॉर्ड उनके नाम है।

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कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शिव डहरिया ने मंत्री पद की शपथ ली।  सतनामी समाज के नेता हैं। इस बार सीट बदलकर आरंग से जीते है। झीरम में मारे गए स्व नंदकुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल का मंत्री बनाया गया है।  वे दूसरी बार के विधायक हैं और उन्होंने कलेक्टरी छोड़कर नेतागिरी करने आए ओपी चौधरी को हराया है। कवासी लखमा को बस्तर से आदिवासी प्रतिनिधित्व देने के लिए मंत्री बनाया गया है।   सतनामी समाज के रुद्र गुरु और कोरबा के विधायक जयसिंह अग्रवाल ने  भी शपथ ली। 

कांग्रेसे के वरिष्ठ नेता और सक्ती से विधायक डॉ. चरणदास महंत को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। जबकि, दुर्ग शहर से चुने गए वरिष्ठ‌ विधायक अरुण वोरा को उपाध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। वोरा तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। जबकि पीसीसी चीफ की जिम्मेदारी आदिवासी नेता अमरजीत सिंह भगत को देने की तैयारी है। मंत्री पद की दौड़ में शामिल रहे अमरजीत भगत को पीसीसी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर संतुष्ट किया जा रहा है।