सदन में सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह के बीच हुई तीखी नोकझोंक, स्पीकर को करनी पड़ी टिप्पणी

सदन में सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह के बीच हुई तीखी नोकझोंक, स्पीकर को करनी पड़ी टिप्पणी

  •  
  • Publish Date - December 2, 2019 / 06:00 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:14 PM IST

रायपुर: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के बीच तीखी नोक झोंक देखने को मिली। इस दौरान रमन सिंह ने नान घोटाले के पीआईएल से जुड़े प्रश्न पूछे। सीएम भूपेश बघेल ने उनके सभी सवालों के जवाब दिए। इस बीच दोनों के बीच रमन सिंह ने भूपेश बघेल के जवाब पर आ​पत्ति भी जताई। अंतत: विधानसभा अध्यक्ष को दोनों के बीच में बोलना पड़ा।

Read More: कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी, देखिए किसके नाम पर लगी मुहर

दरअसल डॉ रमन सिंह ने सदन में सवाल पूछते हुए कहा कि नॉन घोटाले की पीआईएल में शासन द्वारा वकीलों की नियुक्ति के संबंध में जानकारी मांगी। जवाब में भूपेश बघेल ने बताया कि शासन द्वारा हरीश एल साल्वे दिल्ली, रविन्द्र श्रीवास्तव दिल्ली, अपूर्व कुरूप दिल्ली, दयन कृष्णन दिल्ली, पी चिदम्बरम की नियुक्ति की गई है। रमन सिंह ने कहा कि अपूर्व कुरूप सरकारी वकील हैं।

Read More: पहले नाबालिग से किया रेप, अब पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते हुए केस वापस लेने आरोपी बना रहा दबाव

इसके बाद रमन सिंह ने निजी वकीलों पर शासन द्वारा किए गए खर्च और उन्हें शासकीय विमान उपलब्ध कराने की भी जानकारी मांगी। जवाब में भूपेश बघेल ने बताया कि पी चिदंबरम को शासकीय विमान उपलब्ध कराया गया है। बतौर फीस पी.चिदम्बरम को 60 लाख रुपए से अधिक का भुगतान किया गया है। वहीं, अधिवक्ता दयन कृष्णन को 81 लाख का भुगतान​ किया गया है। इसी दौरान बघेल ने रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि लोग सीएम मेडम, सीएम सर कौन है जानना चाहते थे, उसका जवाब तो आज तक नहीं आया। रमन सिंह की सरकार में भी बाहर के वकील को बुलाया गया था। किसे कब और कितना भुगतान किया गया सबका हिसाब मेरे पास है।

Read More: अंडर 19 टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान, जानिए किन खिलाड़ियों को मिला मौका

भूपेश के जवाब से असंतुष्ट रमन सिंह ने आपत्ति जताई। रमन सिंह ने कहा कि अपूर्व कुरूप शासकीय वकील के तौर पर कोर्ट में उपस्थित हुए थे। हरीश साल्वे कभी बिलासपुर हाईकोर्ट आए ही नहीं और रविन्द्र श्रीवास्तव भी कभी हाईकोर्ट नहीं पहुंचे। रमन सिंह ने विधानसभा को गलत जानकारी देने का आरोप लगाया तो भूपेश बघेल आक्रोशित हो गए।

Read More: HC पहुंचा कात्यायनी आंग्रे और अर्जुन कॉक की शादी का मामला, कहा- निगम ने सगाई की फोटो के आधार पर बना दिया मैरिज सर्टिफिकेट

इसके बाद स्पीकर महंत ने दोनों की नोकझोंक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दोनों वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्री आपस में निपट लेंगे। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमने वकीलों को पैसा दिया आपने भी करोड़ों रुपए का भुगतान किया है। ये पहला मौका है कि केस खत्म करने के लिए याचिका लगाई गई है।

Read More: बिल्डिंग की दीवार ढहने से दबकर 15 की मौत, इलाके में मची अफरातफरी

इस दौारन सदन में मौजूद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल ने कहा कि है मैंने भी याचिका लगाई है, क्योंकि उसकी नियत ठीक नहीं थी। इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। सीएम बघेल ने कहा कि इसमें सीएम मैडम और सीएम सर का जो नाम आया है उसकी जांच की जा रह है। उन्होंने सवाल किया कि जांच क्यों रोकना चाहते हैं?

Read More: नायब तहसीलदार ने मंडी से जब्त किया दो ट्रैक्टर सहित 250 बोरा अवैध धान, समर्थन मूल्य पर खपाने के इरादे से पहुंचा था कोचिया