सफर में ना हो परेशानी इसलिए नट परिवार ने हावभाव में जिंदा रखा नवजात को, श्रमिक स्पेशल ट्रेन में जन्मी बच्ची की 12 घंटे पहले ही हो गई थी मौत

सफर में ना हो परेशानी इसलिए नट परिवार ने हावभाव में जिंदा रखा नवजात को, श्रमिक स्पेशल ट्रेन में जन्मी बच्ची की 12 घंटे पहले ही हो गई थी मौत

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  • Publish Date - May 18, 2020 / 05:28 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:08 PM IST

डोंगरगढ़ । दिल्ली में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन देर शाम 6 बजे दुर्ग पहुंची,इस ट्रेन में दुर्ग संभाग के पांचों जिलों के करीब 150 श्रमिकों की घर वापसी हुई।

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इस ट्रेन के यहां पहुंचने पर एक ह्रदय विदारक घटना का खुलासा हुआ। दरअसल दिल्ली से लौट रहे बेमेतरा जिले के नवागढ़ के रहने वाले नट परिवार में एक बच्ची ने ट्रेन में ही जन्म लिया था, जन्म के कुछ देर बाद ही नवजात बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मां सीमा को पता ना चले इसलिए सास ने बच्ची को 12 घंटे तक अपनी गोद में कम्बल में ढ़ाक कर रखा ।

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नवजात बच्ची का पिता श्यामकुमार मौत के बाद भी अपनी पत्नी के सामने सामान्य व्यवहार करता रहा, ताकि सफ़र में कोई दिक्कत ना आए। दुर्ग स्टेशन पर उतरने के बाद जांच के वक्त इस बात की जानकारी होने पर RPF ने मुक्तान्जली को बुलाकर परिवार के छोटे बड़े सभी सदस्यों को नवागढ़ के लिए रवाना किया। नवागढ़ का रहने वाला ये परिवार दिल्ली में खेल- तमाशा दिखाकर अपना जीवन यापन करता था । संकट के दौर में सभी आठ सदस्य वापस लौटे। शनिवार की शाम सभी ट्रेन में सवार हुए थे। गर्भवती सीमा ने तड़के 4 बच्चे ट्रेन में ही बच्ची को जन्म दिया था।