कोरोनावायरस के चलते कॉलेज-यूनिवर्सिटी के स्नातक, स्नातकोत्तर सहित सेमेस्टर की परीक्षाएं रद्द, उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

कोरोनावायरस के चलते कॉलेज-यूनिवर्सिटी के स्नातक, स्नातकोत्तर सहित सेमेस्टर की परीक्षाएं रद्द, उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

  •  
  • Publish Date - March 13, 2020 / 03:27 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

रायपुर: राज्य शासन द्वारा नोवल कोरोना वायरस से प्रदेशवासियों को सुरक्षित रखने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को 31 मार्च 2020 तक के लिए बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। जारी आदेश में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में परीक्षा संचालन के लिए सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ को नियमित रूप से उपस्थित होने को कहा गया है। केवल कक्षाओं का संचालन स्थगित रखने कहा गया है।

Read More: बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार डॉ सुमेर सिंह सोलंकी ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, जानिए क्या है पूरा मामला

जारी आदेश के अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित स्नातक भाग-एक एवं भाग-दो तथा स्नातकोत्तर भाग-एक तथा सेमेस्टर पद्धति में सेमेस्टर एक, दो एवं तीन की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई है। केवल स्नातक अंतिम वर्ष तथा स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष एवं अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं यथावत आयोजित होंगी।

Read More: कोरोना वायरस का असर, 22 मार्च को होने वाली TET परीक्षा स्थगित

राज्य शासन द्वारा विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में कार्यरत समस्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ को अन्य राज्यों एवं देश के बाहर आयोजित होने वाले वर्कशॉप, सेमिनार, शोध संगोष्ठि, सम्मेलन और प्रशिक्षण आदि में भाग लेने के लिए पूर्व में जारी अनुमतियों को भी निरस्त कर दिया गया है। साथ ही आगामी आदेश तक राज्य के बाहर एवं विदेश प्रवास पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। राज्य मंे स्थित विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में भी वर्कशॉप, सेमिनार, शोध संगोष्ठि आदि का आयोजन स्थगित रखने कहा गया है। इस संबंध में आयुक्त, उच्च शिक्षा संचालनालय द्वारा आदेश जारी कर सभी शासकीय एवं अशासकीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव और महाविद्यालयों के प्राचार्याें को भेजा गया है।

Read More: Coronavirus: जिम, स्वीमिंग पूल और वॉटर पार्क 31 मार्च तक बंद, लेकिन क्या सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट और पब, मॉल नहीं हैं खतरनाक?