ग्वालियर: जयारोग्य अस्पताल में इंजेक्शन के नाम पर आर्थिक गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है। जानकारी के मुताबिक कमजोर नसों को ठीक करने वाले इस इंजेक्शन के नाम पर 10 लाख रुपए के इंजेक्शन की जबरन खरीदी कर अस्पताल के अलग-अलग विभागों में सप्लाई कर दी गई। इसका खुलासा होते ही अस्पताल प्रबंधन ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है।
बता दें कि अस्पताल में 567 नग इंजेक्शन की खरीदी हुई। इसका नाम इंट्राविनस इम्युनो ग्लो बुलिन है। लेकिन अस्पताल में 367 इंजेक्शनों का ही लेखाजोखा है। वहीं 150 इंजेक्शन सर्जरी विभाग बर्न वार्ड और 50 इंजेक्शन दूसरे विभागों में सप्लाई की गई। लेकिन किसकी डिमांड पर ये सप्लाई की गई है। इसका खुलासा नहीं हुआ है।
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ज्ञात हो कि एक नग इंजेक्शन की कीमत 5500 रुपए है। कुल 31 लाख 18 हजार 500 रुपए कीमत के इंजेक्शन खरीदे गए। लेकिन दस लाख रुपए के इंजेक्शन का कोई लेखा जोखा नहीं है, जिससे एक बड़े घोटाले की आशंका बनी हुई है।