जेपी नड्डा, अमित शाह और कई बड़े नेता पहुंचे भाजपा मुख्यालय, जानिए क्या है आगे की रणनीति?

जेपी नड्डा, अमित शाह और कई बड़े नेता पहुंचे भाजपा मुख्यालय, जानिए क्या है आगे की रणनीति?

  •  
  • Publish Date - March 10, 2020 / 12:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद सियासी सरगर्मी चरम पर है। अब हालात ऐसे हैं कि कमलनाथ की सरकार गिरते हुए नजर आ रही है। इसी बीच देश की राजधानी दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह सहित सभी बड़े नेता भाजपा मुख्यालय पहुंच रहे हैं। कयास लगाए जा ज्योतिरादित्य सिंधिया को इन बड़े नेताओं की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता दिलाई जा सकती है। लेकिन अभी किसी भी प्रकार का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है।

Read More: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और प्रद्युम्न सिंह के समर्थकों का कांग्रेस से इस्तीफा, बीजेपी विधायक करेंगे विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात

वहीं, दूसरी ओर बड़ी खबर यह है कि कांग्रेस के सभी विधायक इस्तीफा देगें। यदि ऐसा होता है तो प्रदेश में मध्यावधि चुनाव के हालात पैदा हो जाएंगे। माना जा रहा है​ कि सभी विधायकों से इस्तीफा दिलवा कर सीएम कमलनाथ बीजेपी की सरकार बनाने के मंसूबों पर पानी फेर देंगे।

Read More: कांग्रेस विधायकदल की बैठक शाम 5 बजे से, सरकार समर्थक विधायकों का आगमन शुरु

मध्यप्रदेश में बदलते समीकरण के बीच पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि सिंधिया अपने समर्थकों को अलग करके बीजेपी का समर्थन करेंगे, लेकिन ऐसा होता नही दिख रहा है क्योंकि सिंधिया के सभी समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।

Read More: सिंधिया के इस्तीफे पर अजीत जोगी का ट्वीट, कांग्रेस आलाकमान, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को ठहराया जिम्मेदार, कही ये बड़ी बात…

सिंधिया समर्थकों के इस्तीफे के बाद यह भी अनुमान लगाया जा रहा था कि राज्यपाल के आने के बाद बहुमत सिद्ध करने की मांग भी बीजेपी कर सकती है, ऐसे में बीजेपी के​ लिए फ्लोर ​टेस्ट में कांग्रेस को हराकर स्वयं सरकार बनाने का दावा और फिर बहुमत सिद्ध करके सरकार बना सकती है।

Read More: मध्यप्रदेश में होंगे मध्यावधि चुनाव? कांग्रेस के सभी विधायक देंगे सामूहिक इस्तीफा! बीजेपी के सरकार बनाने के मंसूबों पर ग्रहण

लेकिन अब ऐसा होता नही दिख रहा है, क्योंकि कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है, शाम 5 बजे की बैठक के बाद कांग्रेस के शेष विधायक सामूहिक इस्तीफा भी सौंप सकते हैं। जिसके बाद प्रदेश में मध्यावधि चुनाव करवाना मजबूरी हो जाएगी। क्योंकि आधे से अधिक विधायकों के इस्तीफे के बाद ऐसी निर्मित हो सकती है।

Read More: यशोधरा राजे सिंधिया का बयान, ‘सिंधिया को गद्दार बताने वाले नेताओं को दी नसीहत, कहा पहले पढ़े सिंधिया परिवार का इतिहास