बिलासपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा के अंतर्गत जरूरत मंदों को रोजगार देने में बिलासपुर जिले का राज्य में अव्वल स्थान है। जिले में चालू वित्तीय वर्ष में 15 मार्च 2021 तक लक्ष्य के विरूद्ध 133 फीसदी अधिक मानव दिवस रोजगार सृजित किए गए। मनरेगा के तहत जिले में इस वर्ष 62 लाख मानव दिवस रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा गया है। जिसके विरूद्ध 15 मार्च तक 82 लाख 59 हजार 831 मानव दिवसों में रोजगार सृजन किया गया है।
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जिले के विकासखण्ड बिल्हा में 19 लाख 40 हजार 345 मानव दिवसों में रोजगार सृजन किया गया है। इसी तरह विकासखण्ड कोटा में 21 लाख 7 हजार 634 मानव दिवस, विकासखण्ड मस्तूरी में 21 लाख 90 हजार 343 मानव दिवस और विकासखण्ड तखतपुर में 20 लाख 21 हजार 509 मानव दिवसों में रोजगार सृजित किए गए हैं। इस तरह गत वर्ष के मुकाबले 27 लाख 37 हजार से अधिक मानव दिवसों में रोजगार सृजन किया गया।
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योजना के तहत् वर्ष 2019-20 में 18 हजार 743 परिवारों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया गया था, वहीं इस वर्ष 15 मार्च तक 27 हजार 806 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार प्राप्त हुआ। कोटा विकासखण्ड में सर्वाधिक 7 हजार 793 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार मिला। विकासखण्ड तखतपुर के 7 हजार 269 परिवारों, विकासखण्ड मस्तुरी के 6 हजार 980 परिवार और विकासखण्ड बिल्हा के 5 हजार 764 परिवारों को 100 मानव दिवसों का रोजगार उपलब्ध हुआ।