उज्जैन: बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिव नवरात्री के चौथे दिन भगवान शिव का छबीले के मुखोटे के रूप में श्रृंगार किया गया। दरअसल उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिवरात्रि के पहले नवरात्रि बनाए जाने की परम्परा है और पूरे भारत वर्ष में महाकाल मंदिर में ही इस तरह की परम्परा का निर्वहन किया जाता है। बाबा महाकाल का छबीले के रूप में श्रंगार देख कर श्रद्धालु अभिभूत हुए हैं।
बता दें कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में इन दिनों उत्सवी माहौल है। यहां भूतभावन बाबा महाकाल और माता पार्वती के विवाह की खुशियां बिखर रही है। भक्त विवाह के मंगल गीत गा रहे हैं और नाच रहे हैं। ऐसे में बाबा दूल्हा बने बाबा महाकाल का रोजाना मनमोहक श्रृंगार किया जा रहा है। शनिवार को यहां महाकाल मंदिर में मनाई जा रही शिव नवरात्रि के चौथे दिन बाबा महाकाल का दूल्हा स्वरूप में छबीला स्वरूप में श्रृंगार किया गया।
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उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बाबा महाकाल और माता पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है। पूरे नौ दिन का तक ये उत्सव चलता है। भगवान महाकाल का दूल्हा स्वरूप में श्रृंगार किया जाता है और एकादश ब्राह्मण रुद्र पाठ करते हैं। इस दौरान भक्त बाबा के नित नए स्वरूप का दर्शन करते हैं।