नामांकन रद्द होने के बाद अमित जोगी बोले- जोगी को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था, बचा था यही हथकंडा

नामांकन रद्द होने के बाद अमित जोगी बोले- जोगी को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था, बचा था यही हथकंडा

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  • Publish Date - October 17, 2020 / 10:11 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

पेंड्रा: मरवाही उपचुनाव के लिए नामांकन रद्द होने के बाद जेसीसीजे अध्यक्ष अमित जोगी ने बड़ा बयान दिया है। अमित जोगी ने कहा है कि जोगी को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था। सरकार के पास यही हथकंडा बचा था। मेरे परिवार को राजनैतिक रूप से खत्म करने की साजिश की जा रही है, लेकिन आखिरी सांस तक मरवाही की जनता की जोगी परिवार का सेवा करेगी। उन्होंने पार्टी के उम्मीदवार को लेकर कहा है कि प्रत्याशी कौन होगा कोर कमेटी में निर्णय लिया जाएगा। हम इस मामले को आगे कोर्ट में ले जाएंगे।

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वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि यह निर्णय निर्वाचन प्रक्रिया के तहत लिया गया है। उन्होंने कहा है कि निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन रद्द किया है। सरकार किसी का नामांकन निरस्त नहीं करती। नामांकन दाखिल करने वैध प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। मरवाही एसटी के लिए आरक्षित है। इसलिए समिति की ओर से लिया गया निर्णय सर्वोपरी है। इसकी अवहेलना नहीं की जानी चाहिए।

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बता दें राज्य छानबीन समिति ने अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र रद्द करने के साथ ही नामांकन भी रद्द कर दिया है। अमित जोगी अब मरवाही चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। समिति ने इसके पीछे अजीत जोगी की जाति का हवाला दिया। समिति ने तर्क दिया है कि 23 अगस्त 2019 को हाई पावर कमेटी ने अजीत जोगी को कंवर नहीं माना था। बेटे की जाति पिता की जाती से निर्धारित होती है। ऐसे में अमित जोगी को कंवर नहीं माना जा सकता।

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