भोपाल: निकाय चुनाव से पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेस फिर एक्टिव मोड में नजर आ रही है। इस बार कांग्रेस किसानों के बहाने सरकार पर निशाना साधने की रणनीति पर काम कर रही है। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की महापंचायत में कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी इसकी गवाही दे रही है।
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रतलाम और धार से आई तस्वीरों पर नजर डालें तो रतलाम के डेलनपुर में आयोजित किसान महापंचायत में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव और कांतिलाल भूरिया समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। कांग्रेस नेता मंच पर नहीं आए, ना ही मंच से कोई राजनीतिक भाषण दिया गया।
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दूसरी तस्वीर धार की है यहां भी कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता किसान पंचायत में शामिल हुए, लेकिन किसी ने मंच साझा नहीं किया। इससे पहले किसान सम्मेलन में शामिल होने जा रहे दिग्विजय सिंह के काफिले को रोककर विरोध करने की खबर भी आई। किसान सम्मेलन में कांग्रेस की एंट्री को लेकर सत्ता पक्ष ने चुटकी लेते हुए पलटवार किया। ऐसे में सवाल है कि आखिर कांग्रेस कब तक किसानों के भरोसे रहेगी? सवाल ये भी कि कांग्रेस पर्दे के पीछे वाली सियासत के क्या मायने हैं?
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