दंतेवाड़ा: राज्य की सुरक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले जवानों के खिलाफ प्रशासन का गैरजिम्मदाराना रवैया सामने आया है। दरअसल सर्चिंग के दौरान शहीद हुए जवान की डेड बॉडी का अभी तक पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका है। जबकि मौत के बाद लगभग 12 घंटे से अधिक समय बीत चुका है।
गौरतलब है कि कटेकल्याण इलाके में बडे माओवादी लीडरों के जमावडे की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर 400 जवानों को 15 अलग अलग टुकड़ियों में सर्चिंग के लिए निकाला गया। डब्बा कुन्ना में जवान सर्चिंग कर ही रहे थे कि एक जवान कैलाश नेताम की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जवान की लाश को जंगल से बाहर निकाला जा रहा था कि घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने सर्चिंग पार्टी पर हमला कर दिया। जवाबी फायरिंग में जवानों ने एक वर्दीधारी नक्सली को मार गिराया। साथ ही मौके से इंसास के दो मैगजीन, एक पिस्टल, एक बम समेत दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
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