पत्थलगांव । गाज की चपेट में आने के बाद अंधविश्वास में जकड़े एक परिवार ने युवती को बचाने के लिए उसे सिर के पिछले हिस्से तक गोबर के गड्ढे में दबा दिया । युवती के परिजनों ने अंधविश्वास में उलझ कर घर के समीप गोबर के गड्ढे में युवती को गाड़ दिया था। इस दौरान पीड़ित युवती का चेहरा बस बाहर था।
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बता दें कि पत्थलगांव के फरसाबहार जनपद का ग्राम कोल्हेनझरिया में शुक्रवार 24 अप्रैल को अचानक मौसम बदलने के बाद बारिश और ओलावृष्टि प्रारंभ हो गई। इस दौरान घर के आंगन में काम कर रही जयशिला नाम की युवती गाज की चपेट में आ गई थी। बेहोश हो जाने के बाद इस युवती के परिजनों ने उपचार के लिए अस्पताल ले जाने के बजाय अंधविश्वास वाले उपचार का सहारा लिया ।
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गाज से पीड़ित इस युवती को उसके परिजनों ने तत्काल समीप के गोबर गड्ढे में गाड़ दिया था। गांव के समाज सेवी मनोज रात्रे को इस बात की जानकारी मिलते ही उसने पीड़ित के घर पहुंच कर इस तरह अंधविश्वास से इतर अस्पताल में चिकित्सा सुविधा दिलाने की समझाइश दी । इस युवती को लगभग डेढ घंटे के बाद कोल्हेनझरिया अस्पताल ले जाकर उपचार कराया गया । चिकित्सकों ने युवती की जान बचाने के लिए यथासंभव उपाय किए, जिससे युवती को बचा लिया गया है। जयशिला के डॉक्टरी उपचार से जान बचने के बाद अब परिजन भी मान रहे हैं कि बीमारी या घात में सबसे उपयुक्त उपचार डॉक्टर ही कर सकते हैं।