रायपुर: छत्तीसगढ़ कोरोना मुक्ति की ओर सतत् अग्रसर है। अब प्रदेश में केवल एक ही संक्रमित मरीज का उपचार जारी है, जबकि 9 लोगों को रिकवरी कर ली गई है। गौर करें तो आंकड़े के अनुसार छत्तीसगढ़ में रिकवरी रेट 90 प्रतिशत है, जो पूरे विश्व में किसी भी देश या राज्य का नहीं है। ज्ञात हो कि प्रदेश में अब तक कुल 10 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई थी, जिसमें से 9 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, एक और आंकड़ा चौकाने वाला है, प्रदेश में कोरोना से अब तक एक भी मौत नहीं हुई है।
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बीते दिनों छत्तीसगढ़ की सबसे पहले कोरोना संक्रमित युवती को अस्पताल से डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। इसके बाद प्रदेश के मुखिया सीएम भूपेश बघेल ने युवती से बात की और उनका हाल जाना। इस दौरान युवती ने सबसे पहले सीएम भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद किया।
बातचीत के दौरान युवती ने सीएम भूपेश बघेल को बताया कि अस्पातल से लौटने के बाद वह अभी भी होम आइसोलेशन में हैं। मैं अभी स्वास्थ्य हूं। अस्पताल का अनुभव साझा करते हुए युवती ने भूपेश बघेल को बताया कि अस्पताल का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। मैं खुद आश्चर्यचकित रह गई यहां के डॉक्टरों की सहभागिता और सुविधाओं को देखकर। मुझे उम्मीद नहीं थी कि यहां ऐसी सुविधाएं भी मिल सकती है। सरकार और मेडिकल टीम के इस सहयोग से मेरा और मेरे परिवार का विश्वास और हौसला दोगुना हो गया है।
युवती ने आगे बताया कि उसके दो और साथी कोरोना संक्रमित थे, जिनमें से पहले मैं ठीक हुई। दोनों संक्रमित दोस्तों में से एक चंडीगड़ और बंगाल के अस्पताल में भर्ती हुए थे। दोनों में से पहले अस्पताल में भर्ती हुआ था, जो अभी अस्पताल में हैं। वहीं दूसरा दोस्त मेरे बाद अस्पताल पहुंचा और बाद में डिस्चार्ज हुआ। युवती ने दावा करते हुए कहा कि पूरे विश्व और देश में ऐसा कोई राज्य नहीं है, जहां इतनी तेजी से कोरोना संक्रमित स्वास्थ्य हुए। युवती ने यह भी कहा है कि मुझे गर्व होता है कि मैं छत्तीसगढ़ की बेटी हूं।
वहीं दूसरी ओर रायपुर AIIMS को देश के साथ ही विदेशों से भी वाहवाही मिल रही है। कोरोना के 90% मरीजों को ठीक करने पर एम्स की तारीफ हो रही है। सार्क देशों से रायपुर AIIMS कोरोना मरीजो को ठीक करने का अनुभव साझा करेगा।