जबलपुर: कुछ समाजसेवियों की कोशिश से 14 दिन की एक बच्ची की जिंदगी बचने की नई उम्मीद जग गई है। एम्ब्रॉयडरी का काम करने वाले अशोक पटेल की बच्ची दिल की गंभीर बीमारी सहित 13 बीमारियों से पीड़ित है। बच्ची के हार्ट के 2 वॉल्व पूरी तरह नहीं बन पाए हैं, जिसके लिए उसे सर्जरी के अलावा अत्याधुनिक इलाज की जरूरत है। कोरोना में बेराजगार हो चुके पिता के लिए बच्ची का इलाज जबलपुर में संभव नहीं था। किसी मेट्रो सिटी के बड़े अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी था।
ऐसे में शहर के समाजसेवियों ने एक मुहिम चलाई। मुंबई के एक निजी अस्पताल में बात करके बच्ची के इलाज की व्यवस्था कराई। बच्ची और उसके माता-पिता को मुंबई भिजवाने के लिए ट्रेन की कुछ बर्थ को एंबुलेंस में तब्दील कर दिया गया। दो डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ बच्ची और उसके परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर्स के साथ ट्रेन से मुंबई भेजा गया। समाजसेवी श्वेता सिंह ठाकुर भी बच्ची और उसके माता-पिता के साथ गरीब रथ ट्रेन से मुंबई के लिए रवाना हुईं।
Read More: राजधानी रायपुर सहित इस जिले में झमाझम बारिश, छत्तीसगढ़ के कई जिलों में मौसम हुआ खुशनुमा