ग्वालियर: उत्तर भारत में लगातार हो रही बर्फबारी का असर अब देश के दूसरे राज्यों में देखने को मिल रहा है। दरअसल उत्तर भारत के पहाड़ों में हुई बर्फबारी के बाद मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। कड़ाके की ठंड का असर पर लोगों के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है।
मिली जानकारी के अनुसार ठंड के चलते अस्पतालों में मरीजों की सख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एक सप्ताह के भीतर जयारोग्य अस्पताल में ब्रेन अटैक के 90 और हार्ट अटैक के 82 मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें से 13 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, बाकी मरीजों का उपचार अभी जारी है,लेकिन हालत चिंताजनक बताई जा रही है। आंकड़ों के अनुसार अगर अस्पताल प्रबंधन की मानें तो ठंड के चलते ऐसे मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत इजाफा हुआ है।
सर्दी के मौसम में क्यों होता है ब्रेन व हार्ट अटैक
सर्दी के मौसम में फिब्रिनोजन नामक पदार्थ शरीर में बनने लगता है, जिसके कारण खून गाढ़ा होने लगता है और ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। जब ब्रेन में खून पहुंचने में रुकावट आती है, तो ब्रेन अटैक और खून हार्ट में नहीं पहुंच पाता तो हार्ट अटैक होता है।
ये हैं लक्षण
अचानक हाथ-पैर सुन्न पड़ना या काम करना बंद कर देना, आवाज लड़खड़ाना, आवाज बंद हो जाना, बेहोश हो जाना, सीने में तेज दर्द और घबराहट होना।
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