नई दिल्ली। नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) और NRC पर कांग्रेस ने विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक रखी, जहां संसद भवन परिसर में हुई विपक्षी दलों की बैठक में देश के राजनीतिक हालात पर बातें हुई। बैठक में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि, ‘सरकार लोगों को दबाने, नफरत फैलाने और विभाजन का काम कर रही है।
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बता दें कि इस बैठक में ममता बनर्जी की टीएमसी, शिवसेना और आम आदमी पार्टी और बीएसपी नदारद रहे। वहीं सोनिया गांधी ने कहा कि अभूतपूर्व उथल-पुथल का माहौल है, संविधान को कमजोर किया जा रहा है और शासन का दुरुपयोग हो रहा है।
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एनआरसी और सीएए का उल्लेख करते हुए सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी और अमित शाह ने देश को गुमराह किया है, उन्होंने दावा किया, ‘असम में एनआरसी उल्टा पड़ गई, मोदी-शाह सरकार अब एनपीआर की प्रक्रिया को करने में लगी है, यह स्पष्ट है कि एनपीआर को पूरे देश में एनआरसी लागू करने के लिए किया जा रहा है।’
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सूत्रों के अनुसार इस बैठक में 20 दलों के नेता शामिल हुए, पार्लियामेंट एनेक्सी में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, ए के एंटनी, के सी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आजाद और रणदीप सुरजेवाला, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा, झामुमो के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राकांपा के प्रफुल्ल पटेल, राजद के मनोज झा, नेशनल कांफ्रेस के हसनैन मसूदी और रालोद के अजित सिंह मौजूद रहे।
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