राजनांदगांव। Paddy purchased in Chhattisgarh : प्रदेश में धान खरीदी से पहले 3 जिले के सेवा सहकारी समिति प्रबंधकों ने अपनी मांगे पूरी नहीं होने पर धान खरीदी नहीं करने की चेतावनी दी है। अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर आज 3 जिले के 149 सहकारी समिति प्रबंधकों ने राजनांदगांव शहर में धरना प्रदर्शन किया है और प्रदेश सरकार से अपनी मांगे पूरी करने की अपील की है, वहीं मांग पूरी नहीं होने पर इस वर्ष धान खरीदी नहीं करने की चेतावनी देते हुए धान खरीदी से खुद को अलग रखने की बात कही है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों के धान की उपज सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से की जाती है। इस वर्ष भी प्रदेश सरकार के निर्देश पर नवंबर माह से किसानों की धान खरीदी किए जाने की तैयारी में छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारी कर्मचारी जुटे हुए हैं, इसी बीच अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर सेवा सहकारी समिति कर्मचारी संघ धरना प्रदर्शन पर उतर आया है और अपनी मांगे पूरी नहीं होने पर धान खरीदी नहीं करते हुए खुद को धान खरीदी से अलग करने की बात कही है। राजनांदगांव शहर के जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के सामने आयोजित इस धरना प्रदर्शन में 3 जिले राजनंदगांव, मोहला-मानपुर-चौकी, खैरागढ़- छुईखदान-गंडई के 149 समिति प्रबंधक शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार से धान में सुखद लागू करने और प्रासंगिक व्यय एवं सुरक्षा व्यय में वृद्धि करने की मांग की है।
जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले सहकारी समिति प्रबंधकों ने अपने धरना प्रदर्शन के दौरान कहा कि हम 17 प्रतिशत नमी में धान खरीदते हैं और वह सुखकर 10 से 12 प्रतिशत नमिता में आ जाती है, ऐसे में इसकी भरपाई समिति प्रबंधकों को करनी पढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रासंगिक व्यय भी 9 रूपये से बढ़ाकर 30 रूपये प्रति क्विंटल किया जाए, नहीं तो वे धान खरीदी नहीं करेंगे चाहे तो सरकार अन्य विभागों से धान खरीदी करवा ले। इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में 3 जिले के सहकारी समिति प्रबंधक शामिल हुए और जल्द से जल्द प्रदेश सरकार से अपनी मांगों को पूरी करने की अपील की है।