रायपुरः लंबे संघर्ष के बाद प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार बनी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिना कुछ कहे या बहुत कम शब्दों में विरोधियों को चित करते आए हैं। अपने जवाब और अंदाज से अपनी मजबूत छवि गढ़ते आए हैं। सत्ता में आते ही भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को सहेजने और छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान की मुहिम छेड़ रखी है। अब जबकि विपक्ष प्रदेश सरकार के राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को दिखावा बता रहा है।
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साथ ही प्रदेश में धर्मांतरण से आदिवासी संस्कृति को खतरा बताकर राज्य सरकार पर हमलावर है तो उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी नृत्य महोत्सव के मंच से ना सिर्फ करारा जबाव दिया बल्कि झारखंड के आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से एक एंकर की तरह सवाल-जवाब कर छत्तीसगढ़ के आदिवासी विकास मॉडल को देशभर में सफलता पूर्वक पहुंचाया। जाहिर है इस मुद्दे पर विपक्ष को पलटवार करने के लिए और मशक्कत करनी पड़ेगी। क्योंकि मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार का मेगा आदिवासी शो अभी भी जारी है।
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सीएम भूपेश का सवाल, झारखंड के सीएम का जवाब
भूपेश बघेल- हेमंत जी आपको छत्तीसगढ़ कैसा लगा ?
हेमंत सोरेन- छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरी दुनिया के आदिवासी यहां आए हैं, बहुत ही अच्छा लग रहा है। कहा जा सकता है आदिवासी समुदाय के लिए अच्छा क्षण हैं ऐसे प्रोग्रामों से ही आदिवासी एक साथ हैं ।
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भूपेश बघेल- झारखंड के आदिवासी भी यहां मौजूद हैं आपको नहीं लगता की आप छत्तीसगढ़ में नहीं झारखंड में हैं ?
हेमंत सोरेन- मैं यही बात कहने ही वाला था कि मुझे तो लग ही नहीं रहा है कि मैं छत्तीसगढ़ में हूं। मैंने पहले भी कहा जिन लोगों के लिए प्रोग्राम किया गया है उनको देखकर, मैं अपने राज्य की कुछ ना कुछ झलक देख रहा हूं और बड़ी खुशी होती है पूरे देश ही नहीं विदेशों से भी मानसिक और सामाजिक कनेक्टिविटी काफी सामान है।
भूपेश बघेल- छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासियों की एजुकेशन के लिए उनकी हेल्थ और वनोपज के लिए और बहुत सारी गतिविधियां की हैं, आपको कौन सी अच्छी लगी ?
हेमंत सोरेन- सबसे अच्छा लगा कि छत्तीसगढ़ सरकार अपने प्रदेश आदिवासियों के आर्थिक पिछड़ापन से उबारने के लिये लगातार अभिनव प्रयास कर रही है.. आप ने अलग-अलग माध्यम जो सेलेक्ट किए हैं चाहे वो गवर्मेंट साइड हो खाने कि चीज हो फॉरेस्ट और वनोपज प्रोड्यूज हो मुझे नहीं लगता है कि यहां के आदिवासियों को वो जिस सेक्टर में चाहें अपनी आय में वृद्धि करा सकते हैं, आर्थिक समृद्धि ला सकते है।