कांकेर: bridge on Kotri river. छोटे बेठिया के बेचाघाट में पिछले महीने से लगातार ग्रामीण जन कोटरी नदी पर प्रस्तावित पुल के निर्माण के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि पुल निर्माण की मांग भी ग्रामीणों द्वारा ही लंबे समय से की जा रही थी। यह सर्वविदित है कि यह पूरा प्रदर्शन नक्सलियों के दबाव में किया जा रहा है, क्योंकि इस पुल के बनने से उनके प्रभाव वाले अबूझमाड़ क्षेत्र में प्रशासन की पहुंच आसान हो जाएगी और विकास के कार्य सुचारु ढंग से चल पाएंगे और क्षेत्र के ग्रामीण जन प्रशासन से बेहतर तरीक़े से जुड़ पाएंगे।
bridge on Kotri river. नक्सली हमेशा से विकास विरोधी रहे हैं और दबावपूर्वक कराया जा रहा यह प्रदर्शन इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। पूर्व में कोरोना गाइडलाइन के परिपालन में SDM के द्वारा धारा 144 के उल्लंघन का हवाला देकर प्रदर्शन समाप्त करने का नोटिस दिया गया है।
सूत्रों से यह सूचना मिली है कि कल नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों के आड़ में गणतंत्र दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने के लिए प्रदर्शन स्थल पर काला झंडा फहराया जा सकता है। इस बार भी मुख्य नेतृत्वकर्ता गज्जू पद्दा, मैनि कचलामी सरपंच कंदाड़ी को SDOP पखांजूर द्वारा विस्तृत समझाईश दी गई है कि नक्सलियों की साज़िश का शिकार ना हों एवं उनके द्वारा किए किसी भी ग़ैर क़ानूनी प्रयास को विफल करें।