SECL दफ्तर के सामने 28 अक्टूबर को आत्मदाह करेगी ये महिला! PM मोदी के नाम केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह को सौंपा पत्र

यह पत्र 10 अक्टूबर 2022 को उन्होंने लिखा है। दरअसल, संध्या मेहरा के पति स्व. कुंजीलाल मेहरा एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में लिपिक के पद पर पदस्थ थे। जिनका जून 2018 में निधन हो गया था।

  •  
  • Publish Date - October 13, 2022 / 11:37 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

woman will self-immolate: मनेंद्रगढ़। SECL हसदेव क्षेत्र के जीएम कार्यालय के सचिवालय में काम करने वाले स्वर्गीय कुंजीलाल मेहरा की पत्नी संध्या मेहरा ने केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री रेणुका सिंह को प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र सौंपकर आत्मदाह करने की अनुमति मांगी है। यह पत्र 10 अक्टूबर 2022 को उन्होंने लिखा है। दरअसल, संध्या मेहरा के पति स्व. कुंजीलाल मेहरा एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में लिपिक के पद पर पदस्थ थे। जिनका जून 2018 में निधन हो गया था। जिसके बाद से संध्या अनुकंपा नियुक्ति के लिए दर-दर धूम रही है लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।

read more:  दो सालों तक मूक-बधिर भतीजी को नोचता रहा चाचा, किसी को भनक तक नहीं लगी… फिर

संध्या नामक विधवा महिला 4 वर्ष से एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने के लिए चक्कर लगा रही है। वह केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह से भी मिली थी तब उन्होंने 31 अगस्त 2020 को हसदेव क्षेत्र के महाप्रबंधक को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार प्रदान करने के लिए पत्र लिख कर निर्देशित किया था। जिसके जवाब में प्रबंधन द्वारा यह कहा गया है कि न्यायालय के निर्णय के पश्चात ही उन्हें रोजगार दिया जाएगा जबकि संध्या मेहरा का कहना है कि उनकी सास ने केवल भविष्य निधि एवं ग्रेजुएटी प्राप्त करने के लिए ही न्यायालय में वाद दायर किया है, जिसका आश्रित रोजगार से कोई संबंध नहीं है। संध्या का ससुर एसईसीएल का पूर्व कर्मचारी है साथ ही पेंशन प्राप्त करते हैं और उसका जेठ भी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में लिपिक के पद पर कार्यरत है अतः उसकी ससुराल में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसे आश्रित रोजगार प्रदान किया जाए। समाजसेवी संतोष जैन संध्या की मदद कर उसे न्याय दिलाने के लिये लगे हुए है।

read more:  सीतारमण ने जापान, सऊदी अरब, नीदरलैंड और दक्षिण कोरिया के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की

वहीं संध्या अपनी माँ के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह से भी मिली उन्होंने इसे प्रबंधन की घोर लापरवाही बताया। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि एक पात्र महिला को उसके पति के मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा रही है। इसके लिए महाप्रबंधक को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। यह एक दुर्भाग्य है और इसके लिए कार्यवाही की जाएगी और कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति मिल सके।

संध्या ने एसईसीएल को एक शपथ पत्र दिया है कि जब उसे रोजगार प्राप्त हो जाएगा तो वह अपने वेतन से पचास प्रतिशत बेतन अपनी सास के भरण पोषण के लिए देगी। इसके बाद भी प्रबंधन सुनने को तैयार नहीं है जिससे परेशान होकर उसने 28 अक्टूबर 2022 को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का निर्णय लिया है।

एसईसीएल ने कही ये बात

जनसम्पर्क अधिकारी एसईसीएल डॉ सनीश चन्द्र का कहना है कि “मामले में, मृतक के परिजनों ने न्यायालय में वाद दायर किया है जिसमें अंतिम निर्णय आना शेष है । हम उनसे ऐसे किसी भी अतिरेकपूर्ण व्यवहार नहीं अपनाने की अपेक्षा रखते हैं । इस वर्ष जनवरी से सितम्बर तक एसईसीएल में 400 से अधिक रोज़गार के प्रकरण स्वीकृत हुए हैं । गत वर्ष की तुलना में यह आँकड़ा कई गुणा अधिक है । हमारी टीम हमलोग सम्बंधित से सम्पर्क में है, आशा है विधिसंगत बाधाओं का समाधान जल्दी आ जाएगा । “