There will be an earthquake in the politics of the state : बिलासपुर। आदिवासी नेता नंद कुमार साय के भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने को लेकर सियासत गरम है। इस बीच सर्व आदिवासी समाज से भी इस राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर प्रतिक्रिया आने लगी है। युवा प्रभाग छत्तीसगढ़ आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष परते ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, नंद कुमार साय के व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं, लेकिन कई बार उन्होंने उपेक्षा का आरोप लगाया है। हो सकता है किसी बात से उन्हें ठेस लगा हो।
नंद कुमार प्रदेश के बड़े सरल सहज नेता है। उनका ऐसा निर्णय लेना प्रदेश की राजनीति में जरूर बड़ा भूचाल लाएगा। निश्चित रूप से जहां भी जाएंगे, जिस भी पार्टी में जाएंगे उसको फायदा होगा। नंद कुमार साय स्वीकार्य नेता रहे हैं, छत्तीसगढ़ के बड़े नेता हैं। उनके जाने से जरूर भाजपा को नुकसान होगा। भाजपा को चिंतन की आवश्यकता है। बड़े-बड़े मंचों में आदिवासी नेताओं ने कई बार आरोप लगाया है।
There will be an earthquake in the politics of the state : कई राजनीतिक पार्टियों के मुद्दे आदिवासियों के मुद्दे से मेल नहीं खाते हैं। तवज्जो नहीं मिलता है। इस तरह आदिवासियों की उपेक्षा होती रहती है। देश की राजनीति में नंद कुमार साय बड़ा नाम है इसका प्रभाव पड़ेगा। आदिवासी समाज को इग्नोर करके कोई राजनीति नहीं कर सकता है। आदिवासी समाज अवैधानिक चीजों की कभी मांग नहीं करता है। आदिवासी समाज को राजनीतिक पार्टियां गंभीरता से नहीं लेते हैं।