बीजापुर: CG Bijapur Naxal News बस्तर में माओवाद को खत्म करने के लिए लगातार जवानों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। लगातार सफलता भी मिल रहा है। वहीं माओवादी लगातार मिल रहे नुकसान से बौखलाए हुए हैं और हमेशा ये रणनीति बनाने की फिराक में रहते हैं कि जवानों को कैसे नुकसान पहुंचाया जाए। इसी बीच जवानों को एक और बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने नक्सल संगठन के सबसे बड़े शहीद स्मारक को ध्वस्त कर दिया है।
CG Bijapur Naxal News बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने बीजापुर जिले के कोमटपल्ली गांव में 62 फीट ऊंचा स्मारक बनाया था। इस इमारत को मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की याद में बनाया गया था। मौके पर पहुंची ज़िला पुलिस बल, कोबरा बटालियन, CRPF ने संयुक्त की टीम ने स्मारक को ध्वस्त कर दिया है।
मौके पर अभियान दल के साथ उप महानिरीक्षक केरिपु ऑप्स बीजापुर सेक्टर देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ.जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट कोबरा 210 अशोक कुमार, कमांडेंट कोबरा 205 नरेश पवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर, कमांडेंट् 222 विजेंद्र कुमार DSP महंत कुमार सिंह DSP तिलेश्वर एवं कर्मचारी मौके पर उपस्थित थे।
यह स्मारक माओवादी संगठन के लिए एक प्रतीक था, जो मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया था। इस स्मारक को ध्वस्त करने से नक्सलियों के मनोबल पर असर पड़ा है।
बीजापुर में माओवादियों के खिलाफ ज़िला पुलिस बल, कोबरा बटालियन, और CRPF की संयुक्त टीम द्वारा कई अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल ही में एक महत्वपूर्ण शहीद स्मारक को ध्वस्त करने के बाद, यह कार्रवाई माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की बड़ी जीत मानी जा रही है।
इस अभियान में उप महानिरीक्षक केरिपु ऑप्स बीजापुर सेक्टर देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव, कोबरा 210 के कमांडेंट अशोक कुमार, कोबरा 205 के कमांडेंट नरेश पवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर, और अन्य उच्च अधिकारी शामिल थे।
हां, इस कार्रवाई से नक्सलियों के मनोबल पर असर पड़ेगा और उनके नेटवर्क को कमजोर किया जा सकता है। स्मारक को ध्वस्त करने से नक्सलियों के प्रचार-प्रसार पर भी रोक लगेगी।