Swami Atmanand School Controversy: स्वामी आत्मानंद स्कूलों को लेकर नहीं थम रही सियासत, CMO ने किया ऐसा ट्वीट तो भूपेश ने साधा निशाना, कही ये बात

स्वामी आत्मानंद स्कूलों को लेकर नहीं थम रही सियासत, Swami Atmanand School Controversy: Former CM Bhupesh Baghel Targeted Sai Govt

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  • Publish Date - December 26, 2024 / 01:58 PM IST,
    Updated On - December 26, 2024 / 01:58 PM IST

रायपुरः Swami Atmanand School Controversy छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों का पीएम श्री स्कूलों में उन्नयित कर दिया है। इसके बाद से इस पर जारी सियासत थमने का नहीं ले रही है। भाजपा और कांग्रेस के नेता इसे लेकर एक-दूसरे पर निशाना साधते हुए दिख जाते हैं। अब एक बार फिर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के एक्स पोस्ट के बाद इसे फिर से हवा मिल गई। उन्होंने साय सरकार पर ग़रीब बच्चों से अच्छी शिक्षा का हक़ छीन लेने का आरोप लगाया है।

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Swami Atmanand School Controversy दरअसल, सुशासन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट किया गया है, जिसमें लिखा है कि शिक्षा में नवाचार, सुशासन बना आधार! 341 स्कूलों का पीएमश्री में उन्नयन। 18 स्थानीय बोलियों में शिक्षा, आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की ओर बड़ा कदम। अटल जी की प्रेरणा से प्रदेश में शिक्षा का यह अनूठा प्रयास। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने इस पोस्ट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि छत्तीसगढ़ के एक सर्वमान्य संत स्वामी आत्मानंद जी का नाम हटाकर पीएमश्री करने को आप उन्नयन कहते हैं विष्णुदेव साय जी? आपके इस कथित उन्नयन के बाद शानदार चल रहे स्कूलों में चॉक और डस्टर तक उपलब्ध नहीं हैं। सच कहें तो आपकी सरकार को ग़रीब बच्चों से अच्छी शिक्षा का हक़ छीन लेने के लिए याद रखा जाएगा।

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बता दें कि कांग्रेस सरकार के समय प्रदेश में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से प्रदेश के हर विकासखंड में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए थे। 2023 में सरकार बदलने के बाद इसे पीएम श्री स्कूलों में उन्नयित कर दिया गया। अब इसे लेकर प्रदेश की सियासी हवा बीच-बीच में गर्म होती दिखती है। इससे पहले भी पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित कई कांग्रेस नेताओं ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा था।

यहां मिलेगा आपके सवालों का जवाब

स्वामी आत्मानंद स्कूलों को पीएम श्री स्कूलों में क्यों उन्नत किया गया?

छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों को पीएम श्री स्कूलों में उन्नत करने का फैसला लिया है, ताकि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर किया जा सके और विशेषकर आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया दी?

भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों को पीएम श्री स्कूलों में बदलना ग़रीब बच्चों से अच्छी शिक्षा का हक छीनने जैसा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्नयन के बाद इन स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं।

स्वामी आत्मानंद स्कूलों की शुरुआत कब हुई थी?

स्वामी आत्मानंद स्कूलों की शुरुआत कांग्रेस सरकार के समय छत्तीसगढ़ में हुई थी। इन स्कूलों का उद्देश्य आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना था।

क्या यह विवाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही चल रहा है?

हां, यह विवाद मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी टकराव का परिणाम है। दोनों दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, खासकर शिक्षा नीति और स्वामी आत्मानंद स्कूलों के भविष्य को लेकर।

क्या पीएम श्री स्कूलों के उन्नयन से छत्तीसगढ़ के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी?

सरकार का दावा है कि पीएम श्री स्कूलों के उन्नयन से बच्चों को बेहतर और आधुनिक शिक्षा मिल सकेगी, खासकर आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में। हालांकि, इस मुद्दे पर विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि इसका उद्देश्य ग़रीब बच्चों से शिक्षा का अधिकार छीनना है।

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