Reported By: Abhishek Soni
,Sarguja Big Online Satta Racket : सरगुजा: कोतवाली पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा कारोबार के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 73 मोबाइल फोन, 234 एटीएम कार्ड, 78 चेकबुक, सैकड़ों पासबुक, 8 स्कैनर, और करीब 20 लाख रुपये की अन्य सामग्री जब्त की है। इस मामले में एक बैंक के 30 खातों से 15 करोड़ रुपये के लेनदेन का खुलासा हुआ है, जिससे यह अंदेशा है कि यह कारोबार 100 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। पुलिस को आशंका है कि इस रैकेट में देशभर के सैकड़ों लोग शामिल हो सकते हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि अग्रसेन चौक के पास सुधीर गुप्ता नामक व्यक्ति अपने घर से सट्टा संचालन कर रहा है। जब पुलिस ने छापेमारी की, तो मौके पर टीवी पर ऑस्ट्रेलिया में चल रहे क्रिकेट लीग मैच का लाइव प्रसारण हो रहा था। यहां से पुलिस ने 234 एटीएम कार्ड, 77 सिम कार्ड, 78 चेकबुक, 81 पासबुक, 8 बारकोड स्कैनर, 13 आधार कार्ड, 4 पैन कार्ड और 73 मोबाइल फोन जब्त किए।
Sarguja Big Online Satta Racket : मौके पर मौजूद चार आरोपियों में राहुल अग्रवाल, श्रीकांत अग्रवाल, राहुल सोनी, और अर्जुन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मुख्य आरोपी सुधीर गुप्ता फरार है।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी क्रिकेट सट्टा संचालित करने के लिए “विन विज” एप और व्हाट्सऐप ग्रुप का उपयोग करते थे। पुलिस द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों और खातों से यह खुलासा हुआ कि देश के विभिन्न हिस्सों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खोले गए थे। पुलिस ने एक बैंक के 30 खातों का लेन-देन मंगवाया, जिसमें 15 करोड़ रुपये का संदिग्ध ट्रांजेक्शन सामने आया। इतने बड़े लेन-देन के बावजूद बैंक द्वारा पुलिस को कोई जानकारी न दिए जाने से बैंकों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
Sarguja Big Online Satta Racket : पुलिस को यह भी आशंका है कि इस सट्टा कारोबार के तार हवाला नेटवर्क और महादेव एप से जुड़े हो सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस मामले में बड़े स्तर पर लेन-देन किया गया है, जिसमें कई राज्यों के लोग शामिल हो सकते हैं।
पुलिस ने इसे सरगुजा संभाग का अब तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन सट्टा कारोबार बताया है। मुख्य आरोपी सुधीर गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं। अधिकारियों को भरोसा है कि उसकी गिरफ्तारी से और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इस पूरे मामले ने ऑनलाइन सट्टा कारोबार के साथ-साथ बैंकों और फर्जी दस्तावेजों के उपयोग पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस का मानना है कि यह मामला कई और परतों को उजागर कर सकता है।