Vijay Sharma Surajpur Double Murder: सूरजपुर: पुलिस विभाग के प्रधान आरक्षक के परिजनों की निर्ममता से की गई हत्या की खबर ने न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई इस घटना की निंदा कर रहा है और आरोपियों के लिए सख्त सजा की मांग भी कर रहा है। इस पूरे मामले में आज सरगुजा की पुलिस ने कई नए और चौंकाने वाले खुलासे किये है।
आईजी अंकित गर्ग ने दावा की हत्याकांड को अंजाम देने वालों में एक नहीं बल्कि पांच लोग शामिल थे। इनमे सबसे चौंकाने वाला नाम कांग्रेस के स्टूडेंट युनियन के जिला अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी का भी था। चंद्रकांत चौधरी ने हत्या के दिन ही एक वीडियो जारी किया था और कुलदीप साहू के संग एनएसयूआई के संबंधो को ख़ारिज किया था। हालाँकि पुलिस की तरफ से की गई बारीकी से जांच और सख्ती से हुई पूछताछ में इस दोहरे हत्याकांड में चंद्रकांत चौधरी की भी स्पष्ट भूमिका पाई गई है।
Vijay Sharma Surajpur Double Murder: चंद्रकांत के आरोपी बनाये जाने के तत्काल बाद एनएसयूआई ने पत्र जारी किया और हत्यारे चंद्रकांत को संगठन के सभी पदों से भी मुक्त कर दिया। वही एनएसयूआई के बड़े पदाधिकारी के इस मामले में आम आने के बाद एक बार फिर से पूरे घटनक्रम पर सियासत तेज हो गई है। भाजपा ने पहले ही दिन कांग्रेस को निशाने पर लिया तो वही आज गृहमंत्री ने भी कहा कि, ‘संस्कार बड़ी चीज होती है। हर राजनीतिक पार्टी को संस्कार के बारे जरूर सोचना चाहिए। विजय शर्मा ने नसीहत देते हुए कहा कि, हर क्षण वोट के बारे में सोचकर कम न करे। सूरजपुर में जो कुछ हुआ है, बड़ा जघन्य है। आरोपी कितना भी रसूखदार हो कानून कठोरता से करवाई करेगा।
जिले समेत पूरे प्रदेश को दहला देने वाले दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें दो दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। हालांकि पुलिस ने अदालत से पांच दिनों की अभिरक्षा माँगी थी लेकिन कोर्ट ने उन्हें दो दिनों की मोहलत दी है। वही मामले का एक अन्य आरोपी आर्यन विश्वकर्मा को जेल दाखिल करा दिया गया है। पुलिसअब सभी आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करेगी। संभावना जताई जा रही है कि पुलिस पूरे घटनाक्रम के रिक्रिएशन के लिए उन्हें वारदात वाली जगह पर भी लेकर जाये।
प्रधान आरक्षक था निशाने पर
Vijay Sharma Surajpur Double Murder: गौरतलब है कि, जिला पुलिस के प्रधान आरक्षक की पत्नी और मासूम बेटी के हत्याकांड के संबंध में सरगुजा के पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को अहम जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि, पुलिस की तरफ लगातार हो रही कार्रवाई से जिला बदर के आरोपी कुलदीप साहू और उसके साथी पुलिस कर्मियों से नाराज से थे। कुलदीप साहू हत्याकांड की रात घर से चाकू लेकर निकला था। उसका मकसद प्रधान आरक्षक तालिब शेख की हत्या करना था लेकिन, वह घर पर मौजूद नहीं थे। लिहाजा कुलदीप और उनके साथियों ने उनकी पत्नी और बेटी को अगवाकर उनकी हत्या कर दी।