The whole village participated in the unique wedding of Gudda-Gudiya: सूरजपुर। बचपन में गुड्डे गुड़ियों की शादी तो अपने भी की है, लेकिन सूरजपुर के एक गांव में गुड्डे गुड़ियों की शादी में पूरा गांव शामिल हुआ। इतना ही नहीं इस शादी को पूरे रीति-रिवाज और धूमधाम से मनाया गया। शादी का मंडप, नाचते गाते लोग इस माहौल को देखकर कोई भी समझ सकता है कि यहां शादी की तैयारी चल रही है, लेकिन यह सुनकर आप चौक जायेंगे कि यहां पर शादी किसी इंसान की नहीं बल्कि गुड्डे गुड़ियों की हो रही है। जी हां, यह सभी तैयारियां गुड्डे-गुड़ियों की शादी की है।
दरअसल सभी जगहों की तरह इस गांव में भी बच्चे गुड्डा और गुड़िया की शादी किया करते थे। लगभग 3 साल पहले बच्चे गांव के कुछ लोगों से चंदा कर अच्छे ढंग से गुड्डे गुड़ियों की शादी की थी। बच्चों के द्वारा इस तरीके से अपने खिलौने की शादी को देखकर गांव के कुछ लोगों ने इन बच्चों को आर्थिक रूप से सहयोग किया, जिसके बाद से अब इस गांव के बच्चे बड़े ही धूमधाम से गुड्डे गुड़ियों की शादी रचाते हैं।इस साल इस शादी को और व्यापक रूप दिया गया। पूरे गांव को शादी का न्योता दिया गया, डीजे की व्यवस्था की गई और बड़े ही धूमधाम से सभी रीति-रिवाजों के साथ इस शादी को संपन्न किया गया।
इस गुड्डा गुड़िया की शादी से गांव के बच्चे काफी खुश हैं, तो वही ग्रामीण भी बच्चों की खुशी में ही अपनी खुशी खोज रहे हैं। यही वजह है कि पूरे गांव के ग्रामीण इन बच्चों का आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सहयोग करते हैं। ग्रामीणों के अनुसार इस तरह के आयोजन से बच्चे अपनी संस्कृति को समझ पाएंगे। गुड्डे और गुड़िया की शादी भी क्षेत्र में खूब सुर्खियां बटोर रही है। लोग बच्चों के इस आयोजन की सराहना कर रहे हैं और शादी के बदलते ट्रेंड के बीच पुरानी रस्मों को याद रखने के लिए इस तरह के आयोजन करते रहने की बात कह रहे हैं।