सूरजपुर: जिले में सामने आये निर्मम दोहरे हत्याकांड पर बारीकी से जांच-पड़ताल कर रही पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। (Surajpur double murder 6th accused arrested) वह इस पूरे हत्याकांड का छठवां आरोपी है। पुलिस उसे सख्ती से पूछताछ कर रही है।
वही इस पूरे हत्याकांड को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी कुलदीप साहू की आज पांच दिनों की पुलिस रिमांड भी ख़त्म हो गई है। उसे न्यायलय में पेश किया गया जहां से उसे जेल दाखिल कर दिया गया है।
दशहरा पर्व के दौरान सूरजपुर शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। पुलिस कार्रवाई के चलते एक प्रधान आरक्षक से रंजिश पाल रहे कुलदीप साहू नाम के बदमाश ने पुलिसकर्मी तालिब शेख की पत्नी और 11 वर्षीय मासूम बेटी को घर से अगवा किया और फिर धारदार हथियार से हत्या कर शव को खेत के किनारे फेंक दिया। (Surajpur double murder 6th accused arrested) इस घटना से न सिर्फ सूरजपुर बल्कि समूचा प्रदेश दहल गया था। नाराज लोगों ने आरोपी कुलदीप साहू के घर और उनके चाचा के गोदाम को आग के हवाले कर दिया था। इस पूरे हत्याकांड के दो दिन बाद पुलिस ने कुलदीप और एनएसयूआई के पदाधिकारी रहे चंद्रकांत चौधरी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।
इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड के हफ्तेभर बाद IBC24 पीड़ित पुलिसकर्मी तालिब शेख के घर पहुंचा और उनके परिजनों से बात की। मीडिया से बात करने वालों में वयोवृद्ध माँ मैमूना शमीम और बड़े भाई आरिफ शेख शामिल रहे।
इस घटना के बाद तालिब शेख की माँ मैमूना शमीम ने कहा कि मौत से चार दिन पहले ही उनकी बहु और पोती सूरजपुर से मनेन्द्रगढ़ आये हुए थे और ठहरे थे। बहु ने पोती को डॉक्टर के पास ले जाने की बात कहते हुए यह भी कहा था कि वह जल्द ही फिर वापस आएगी। लेकिन कौन जनता था कि वह इस हाल में वापस आएंगी। (Surajpur double murder 6th accused arrested) इस दौरान मासूम पोती अपनी दादी के साथ खेल भी रही थी। उन्होंने कहा कि उनके पति भी पुलिस सेवा में थे और अब दो बेटे भी है लेकिन अपनी पूरी जिंदगी में उन्होंने ऐसा कोई मामला नहीं देखा था। लेकिन उनके ही घर पर यह दो बड़ी हत्याएं हो गई। उन्होंने सभी हत्यारों के लिए फांसी के सजा की मांग की है।
मौत नहीं शहादत
इस मामले में IBC24 ने तालिब शेख के बड़े भाई आरिफ शेख से भी बातचीत की है। आरिफ शेख ने कहा कि यह घटना वीभत्स है और इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है। हत्यारों ने बर्बरता से इस वारदात को अंजाम दिया था। हत्या के बाद वह घटनास्थल पर गए थे जहाँ हर तरफ खून ही खून बिखरा था। पूरी स्थिति को देखने से ऐसा लग रहा था कि उनकी बहु ने हत्यारे के साथ काफी संघर्ष किया था। इस घटना के दौरान उनके भाई ड्यूटी पर थे इसलिए यह उनकी मौत नहीं यह शहादत है।