छत्तीसगढ़ के इस गांव में चार महीने के लिए बंधक बनकर रहते हैं ग्रामीण ! जानिए वजह

Villagers are forced to be hostage till the rainy season in Banki village छत्तीसगढ़ के इस गांव में चार महीने के लिए बंधक बनकर रहते हैं ग्रामीण

  •  
  • Publish Date - June 30, 2023 / 11:48 AM IST,
    Updated On - June 30, 2023 / 11:49 AM IST

सूरजपुर। आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं एक ऐसा गांव जो बरसात के लगभग चार महीने तक अपने ही गांव में बंधक बनाकर रहने को मजबूर है। इस गांव का नाम है बांकी, सरकार और जिला प्रशासन के अनदेखी की वजह से आज भी इस इलाके के लगभग दो हजार ग्रामीण जान जोखिम में डालकर जीने को मजबूर हैं।

Read More: बेरहम मां..! अपने ही मासूम बेटे को दी दर्दनाक मौत की सजा, ऐसे हुआ खुलासा 

सूरजपुर के ओडगी ब्लॉक स्थित बांकी और उसके आसपास के कुछ गांव का यह इलाका जिले का पहुंच विहीन इलाका माना जाता है। यहां की आबादी लगभग दो हजार बताई जा रही है। यहां पहुंचने के लिए सड़क नहीं है, जिसकी वजह से यहां ना तो मेडिकल सुविधा पहुंच पाती है और ना ही राशन। सरकारी राशन के लिए यहां के ग्रामीणों को लगभग 15 से 20 किमी पैदल दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि अगर ग्रामीणों को ब्लॉक जाना हो तो इन्हे कई पहाड़ पार कर लगभग 25 किमी पैदल चलकर जाना पड़ता है।

Read More:

Read More: हाय रे महंगाई ! आसमान छू रहे टमाटर के दाम, 100 रुपये तक पहुंचा भाव  

अगर गांव के किसी ग्रामीण की तबियत खराब हो जाए तो उन्हे खाट पर लेकर लगभग 25 किमी दूर जाना पड़ता है तब इन्हें मेडिकल सुविधा मिल पाती है। इस गांव की गर्भवती महिलाओं पर भी जान का खतरा बना रहता है, मेडिकल सुविधा ना होने की वजह से गांव की महिलाएं ही मिलकर डिलेवरी कराती हैं। इसमें कई बार गर्भवती महिला की जान भी जा चुकी है। बरसात शुरू होते ही यह इलाका पूरी तरह से कट जाता है, जिसकी वजह से यहां के ग्रामीण अपने ही गांव में बंधक की जिंदगी जीने को मजबूर हो जाते हैं।

Read More:  Happy birthday Allari Naresh : फिल्म में सफलता मिलने के बाद बदला नाम, ये हैं अल्लारी नरेश की पांच बेहतरीन फिल्में 

ऐसा नहीं है की इसकी जानकारी जिला प्रशासन को नहीं है। यह इलाका सरकारी दस्तावेजों में भी पहुंच विहीन इलाके के रूप में दर्ज है, लेकिन आज तक इस इलाके को मुख्य धारा से जोड़ने का काम नहीं किया गया है। आज तक इस इलाके में ना तो कोई अधिकारी पहुंचा है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि। इस इलाके में IBC24 की टीम ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर इस इलाके का जायजा लिए। यह इलाके ट्राइबल इलाका है। प्रदेश के राज्य जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी इसी जिले से आते हैं।

Read More:  Toyota की इस दमदार गाड़ी पर मिल रहा 8 लाख रुपए तक का डिस्काउंट, जल्दी करें कहीं खत्म ना हो जाए ऑफर 

जब राज्य जनजाति आयोग के अध्यक्ष को इस इलाके की स्थिति से अवगत कराया तो उन्होंने भी यह माना कि वह इलाका आज भी पहुंच गई है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया और आश्वासन दिया कि जल्द ही उस इलाके को भी मुख्य सड़कों से जोड़ा जाएगा। आधुनिकता के इस दौर में इस इलाके के ग्रामीणों की स्थिति सभी के लिए आईना दिखाने के लिए पर्याप्त है। ऐसे में जिला प्रशासन और राज्य सरकार को इन ग्रामीणों पर ध्यानाकर्षण की जरूरत है, ताकि यह ग्रामीण भी आम लोगों की तरह मुख्यधारा से जुड़ कर अपना जीवन बिता सकें।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें