Chhattisgarh Naxalites Surrender: एक ही दिन में टूटी माओवादियों की कमर.. नारायणपुर में 7 लाल लड़ाके ढेर तो सुकमा में 11 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

Chhattisgarh Naxalites Surrender in sukma माओवादियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रही है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार का समर्थन प्राप्त है।

  •  
  • Publish Date - December 12, 2024 / 07:05 PM IST,
    Updated On - December 12, 2024 / 07:05 PM IST

Chhattisgarh Naxalites Surrender in sukma: रायपुर: छत्तीसगढ़ में पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम माओवादियों के खिलाफ अलग-अलग मोर्चों पर लड़ाई लड़ रही है। केंद्र और राज्य की सरकारों ने 2026 तक छत्तीसगढ़ समेत समूचे देश से वामपंथी उग्रवाद को समूल ख़त्म करने का संकल्प लिया है तो वही पुलिस और नक्सल विरोधी अभियान में तैनात अर्धसैनिक बल के जवान सरकार के इस संकल्प को पूरा करने में जुटे हुए है।

Read More: CM Vishnudev Sai: जिला विकास सम्मलेन कार्यक्रम में हुए शामिल सीएम साय, क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधा के लिए दी करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात

Police-Naxalites encounter in Narayanpur of Bastar

इसी कड़ी में आज छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित संभाग बस्तर में माओवादी संगठन को तगड़ा नुकसान पहुंचा है। दरअसल आज सुबह ही सुरक्षाबलों के साथ हुए मुठभेड़ में सात नक्सलियों को मार गिराया गया है। एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि मुठभेड़ सुबह करीब 3 बजे दक्षिणी अबूझमाड़ के जंगल में उस वक्त शुरू हुई, जब पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी ऑपरेशन पर निकली थी। एजेंसी के मुताबिक, अधिकारी ने बताया कि इस ऑपरेशन में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और कोंडागांव जिलों के पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के जवानों के अलावा CRPF की टीमें भी शामिल थीं। गोलीबारी बंद होने के बाद वर्दी पहने सात नक्सलियों के शव बरामद किए गए. अधिकारी ने बताया कि इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है।

Chhattisgarh Naxalites Surrender in sukma: वही इस घटना के कुछ घंटो बाद ही सुकमा इलाके में 11 सक्रिय नक्सलियों ने पुलिस सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। सभी आत्मसमर्पित नक्सली चिंतलनार और जगरगुंडा क्षेत्र के माओवादी संगठन के सदस्य बताये जा रहे है। नक्सलियों ने बताया है कि वह सरकार के नियद नेल्लार योजना से प्रभावित है और वामपंथी उग्रवाद की विचारधारा को छोड़ समाज के मुख्यधारा में शामिल होना चाहते है।

FAQ:

1. सुकमा में नक्सलियों का आत्मसमर्पण क्यों हुआ? सुकमा में 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया क्योंकि वे सरकार के नियद नेल्लार योजना से प्रभावित थे और वे अब वामपंथी उग्रवाद की विचारधारा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होना चाहते थे।

2. नारायणपुर में कितने नक्सली मारे गए? नारायणपुर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान सात नक्सलियों को मार गिराया गया।

3. सुकमा में नक्सलियों का आत्मसमर्पण किस प्रकार हुआ? सुकमा में 11 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और अपनी इच्छा व्यक्त की कि वे मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं।

Chhattisgarh Naxalites Surrender in sukma

Read Also: IPS GP Singh reinstated in service: फिर पावर में आएंगे IPS जीपी सिंह?.. गृह मंत्रालय ने किया सेवा में बहाल, आदेश जारी

4. छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ कौन से अभियान चलाए जा रहे हैं? छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रही है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार का समर्थन प्राप्त है।

5. क्या सरकार ने नक्सलवाद को खत्म करने के लिए कोई समय सीमा तय की है? जी हां, केंद्र और राज्य सरकार ने 2026 तक छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश से वामपंथी उग्रवाद को समूल खत्म करने का संकल्प लिया है।

छत्तीसगढ़ सरकार का एक साल पूरा होने पर आपकी राय 

मध्यप्रदेश सरकार का एक साल पूरा होने पर आपकी राय

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें