रायपुरः CG News छत्तीसगढ़ को संवारने की दिशा में आगे बढ़ रही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई वाली सरकार ने अपने अल्प कार्यकाल में कई अहम और बड़े फैसले लिए हैं, जिसके कारण पूरे प्रदेश में विकास की नई बयार चल पड़ी है। एक ओर जहां महतारी वंदन योजना से महतारियों को आर्थिक सहायता मिल रही है तो दूसरी ओर प्रदेश के अन्नदाताओं का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इतना ही नहीं साय सरकार प्रदेशवासियों की स्वास्थ की भी चिंता लगातार कर रही है। यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी सरकार की पूरे देश में जमकर चर्चा हो रही है। दूसरे राज्यों से लोग यहां के कार्यों का अध्ययन करने पहुंच रहे हैं।
CG News छत्तीसगढ़ को संवारने के लिए प्रतिबद्ध साय सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में एक नया विकास का मॉडल देखने को मिल रहा है। कम बजट में बेहतर वित्तीय प्रबंधन के साथ प्रदेश का विकास हो रहा है। एक ओर जहां महिलाओं के साथ-साथ सभी वर्ग के लोगों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में अधोसंरचना के कामों को पूरी प्राथमिकता के साथ पूरा किया जा रहा है। धरातल पर इसकी बानगी देखने को मिलती है। पुल-पुलिया के साथ-साथ सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। जिस समय विष्णुदेव साय को प्रदेश की कमान मिली थी, उस समय पूरवर्ती सरकार की कुप्रबंधन को ठीक करना एक बड़ी चुनौती थी। पिछली सरकार में केवल योजनाओं में पैसे खर्चे गए। साय सरकार ने दोनों को प्राथमिकता के साथ पूरा करने की पहल की। सरकार ने न केवल योजनाएं बनाई, बल्कि अधोसंरचना को भी ठीक करने का काम उतनी ही संजीदगी के साथ पूरा किया।
साय सरकार ने सबके लिए योजनाएं बनाई है। महतारियों को महतारी वंदन योजना के जरिए साल में 12 हजार रुपए मिल रहा है। वहीं प्रदेश के अन्नदाताओं के लिए कृषक उन्नति योजना संजीवनी साबित हो रही है। साय सरकार प्रदेश में धान की कीमत 31 सौ रुपए दे रही है। एकमुश्त राशि मिलने से किसान इस पैसे को एक ही जगह पर निवेश कर रहे हैं। पिछली सरकार ने अलग-अलग किश्तों में राशि मिलने के लिए पैसे का सहीं उपयोग नहीं हो रहा था। किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की पहल के साथ साय सरकार ने इसको एक साथ देने का फैसला किया। गरीब परिवारों को आवास उपलब्ध कराया। इसके अलावा कई अन्य और फैसले लिए, जो छत्तीसगढ़िया मनखे के लिए काफी अहम साबित हो रहे हैं।
CG News सालों के नक्सलवाद का दंश झेल रहे बस्तर में भी अब खुशहाली दिख रही है। साय सरकार केंद्र की मोदी सरकार के साथ समन्वय बनाकर नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की कोशिश कर रही है। साय सरकार के आने के बाद बस्तर के अंदरूनी इलाकों में कई कैंप खुले हैं। जवानों की सुरक्षा में सड़कों का निर्माण होने से कनेक्टिविटी बढ़ी है। सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शुमार सिलगेर में भी सड़क का निर्माण हुआ है। जो बीजापुर जिले से 70 किलोमीटर और आवापल्ली (उसूर) ब्लॉक से 40 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा कोडोली,नेलनसार और गंगालूर तक सड़क निर्माण का कार्य प्राथमिकता से कराए जा रहे हैं।
वन और वहां सदियों से निवासरत आदिवासी राज्य की विशेष पहचान रहे हैं। प्रदेश के लगभग आधे भू-भाग में जंगल है, जहां आदिवासी निवासरत हैं। इन आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार लगातार प्रयास कर रही है। साय सरकार ने तेंदूपत्ता की राशि बढ़ाई है। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए चरण पादुका योजना भी शुरू की है। सरकार ने इसके लिए अपनी पहली बजट में 35 करोड़ का प्रावधान किया है। 14 लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।
साय सरकार का वित्तीय प्रबंधन इतना तगड़ा है कि इन सब योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। सबके लिए राशि का प्रावधान किया है। देश तो देश.. अब तो दूसरे देशों का प्रतिनिधिमंडल भी यहां की योजनाओं का अध्ययन करने पहुंच रहे हैं। केंद्रीय नेता और भारत के सरकार के मंत्री भी साय सरकार की पीठ थपथपा रहे हैं। कुल मिलाकर यह कहे कि प्रदेश में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की उक्ति चरितार्थ हो रही है।