रायपुर: Raipur News: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में पिछले कुछ समय से आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। हर गली हर मोहल्ले में आवारा कुत्तों ने आतंक मचा रखा है। कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि, लोग अपने घरों से निकलने से पहले भी सोच रहे हैं। इतना ही नहीं आवारा कुत्ते गली-मोहल्ले में घर के बाहर खड़े वाहनों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। लोगों को लगातार हो रही परेशानियों के बीच प्रशासन के जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारियां निभाते हुए कहीं नजर नहीं आते। इसके साथ ही निगम अमला और वार्ड के पार्षद भी लोगों की इन समस्याओं को दूर करने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि, जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
राजधानी रायपुर के जोन क्रमांक 10 रानी लक्ष्मी बाई वार्ड के अमन नगर गली नंबर 9 में भी आवारा कुत्तों का आतंक चरम पर है। गल्ली और मोहल्ले में घूमने वाले कुत्तों के कारण रहवासियों की परेशानी बढ़ते जा रही है। बच्चे और बुजुर्ग इस समस्या से विशेष रूप से प्रभावित हो रहे हैं। लगातार बढ़ती परेशानी के बीच अमन नगर के रहवासियों ने रायपुर नगर निगम के जॉन क्रमांक 10 के कमिश्नर को लिखित शिकायत देकर इस समस्या का समाधान करने की बात कही है।
रहवासियों द्वारा की गई लिखित शिकायत में लोगों ने कहा कि, आवारा कुत्तों के झुंड मुख्य सड़कों और गलियों में घूमते रहते हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में डर और असुविधा होती है। रात के समय इन कुत्तों के भौंकने और झगड़ने से शांति भंग होती है, जिससे स्थानीय निवासियों की नींद प्रभावित हो रही है। कई कुत्ते आक्रामक हो गए हैं और राहगीरों को काटने की कोशिश करते हैं, जिससे दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का खतरा बढ़ गया है।आपसे अनुरोध है कि इस समस्या के शीघ्र समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाएं। संबंधित विभाग से आवारा कुत्तों को पकड़वाने और उन्हें सुरक्षित रूप से उचित स्थान पर भेजने की व्यवस्था की जाए। हमारी यह अपेक्षा है कि नगर निगम हमारी समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करेगा और हमें जल्द से जल्द राहत प्रदान करेगा।
अब देखने वाली बात ये होगी की क्या नगर निगम जोन क्रमांक 10 रानी लक्ष्मी बाई वार्ड के अमन नगर गली नंबर 9 के रहवासियों की इस शिकायत पर कोई त्वरित कार्रवाई करेगा या फिर जनता को ऐसे ही परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि रायपुर नगर में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए गाड़ी से लेकर अन्य चीजों की पूरी व्यवस्था है, लेकिन फिर भी आवारा कुत्तों का आतंक कम नहीं हो रहा है। इसके साथ ही मोहल्ले के पार्षद भी लोगों की इस समस्या को दूर करने में कोई रूचि नहीं दिखा रहे हैं। अब ऐसा क्यों हो रहा है इसका जवाब तो नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी और अन्य जिम्मेदार लोग ही दे पाएंगे।
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