Sakti Suspected Death Update: सक्ति: जिले के तांदुल डीह गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई दो युवकों की मौत के मामले में डाक्टरों ने बड़ा खुलासा किया है। शॉर्ट पीएम के आधार पर डॉक्टरों का कहना है कि दोनों मृतकों के शरीर में आंशिक रूप से जहर का अंश पाया गया है। मृतकों की मौत का कारण दम घुटना भी है। हालांकि डॉक्टर्स स्पष्ट रूप से यह नहीं कह पा रहे हैं।
पीएम करने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। डॉक्टर ने यह भी कहा है कि मेडिकल ऑब्जर्वेशन में रखे गए परिवार के सभी चारों सदस्यों की हालत पहले से काफी बेहतर है और जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है। ऐसे में अब पुलिस की जांच को तेजी मिल सकती है क्योंकि पुलिस की पूरी जांच मृतक के परिवारों के बयान पर टिकी हुई है। ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब सिर्फ मृतक के परिजनों के पास ही है।
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Sakti Suspected Death Update गौरतलब हैं कि, सक्ति जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र के तांडुलडीह गांव में रहने वाले गोंड परिवार के 6 सदस्य संदिग्ध अवस्था में बंद कमरे में पाए गए थे। बताया जाता है कि परिवार में 55 वर्षीय एक महिला फिरित बाई, उसके तीन बेटे विक्की विक्रम और विशाल तथा दो बेटियां चंद्रिका और अमृता साथ रहती थी। परिवार के लोग अक्सर पूजा अर्चना में लीन रहते थे। पिछले चार पांच दिनों से परिवार के 6 सदस्यों का गांव में आना जाना कम था। परिवार के लोग अक्सर घर में रहते थे। कल सुबह से घर का दरवाजा बंद था। दोपहर बाद आसपास के लोगों ने घर के अंदर से अजीबोगरीब आवाज़ सुनी। तब गांव के लोगों ने दरवाजा खोलने का प्रयास किया। दरवाजा नहीं खुलने पर गांव के कुछ युवक घर की छप्पर पर पहुंचे और टीन का शेड हटाकर अंदर झांका तो उनके होश उड़ गए। जमीन पर दो युवकों की लाश पड़ी थी और बाकी के सदस्य पागलों सा बर्ताव कर रहे थे। गांव वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने बलपूर्वक घर का दरवाजा खुलवाया। इस दौरान घर के भीतर 28 वर्षीय विक्की गोंड और 26 वर्षीय विक्रम गोंड की लाश पड़ी हुई थी। घर में पूजा का सामान बिखरा हुआ था और परिवार के बाकी सदस्य पागल जैसी हरकतें कर रहे थे। पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पीएम के लिए रवाना किया तो वहीं परिवार के बाकी सदस्यों का रेस्क्यू कर पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कराया गया। घटना के बाद से परिवार के सदस्य बात करने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में पुलिस अब तक परिवार के प्रत्यक्षदर्शी सदस्यों का बयान दर्ज नहीं कर पाई है।