पेंड्राः प्रधानमंत्री ग्रामीण उज्जवला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर का भार अब गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के गांवों की महिलाएं नहीं उठा पा रही हैं। जहां एक बार फिर से लकड़ी का भार यहां की महिलाओं को मजबूरन उठाना पड़ रहा है।
READ MORE : राजधानी में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान, त्योहारों के मद्देनजर लिया गया फैसला
दरअसल, बढ़ती महंगाई के साथ-साथ गैस सिलेंडर के दाम भी काफी बढ़ चुके हैं और लोगों की आमदनी कम और खर्च ज्यादा है। जिसके वजह से लोग फिर से घर का चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी का ही इस्तेमाल करने लगे हैं।
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में गांव की महिलाएं लकड़ी लेने के लिए जान जोखिम में डालकर कई किलोमीटर दूर जंगल जाते हैं। महिलाएं ने कहा कि जंगल में भालू के हमले का खतरा भी बना रहता है लेकिन घर का चूल्हा जलाकर परिवार को खाना खिलाने के लिए इस तरह का जोखिम उठाना पड़ रहा है। वहीं लगातार पेड़ों की कटाई से मरवाही जगंलों पर भी संकट मंडरा रहा है।.
CG Ki Baat: अब धर्मांतरण की बारी.. नकेल कसने की…
5 hours agoCG News: श्रमिकों के बैंक खाते में आएगी 14 करोड़…
5 hours ago