Reported By: Alok Sharma
,राजनांदगांव। Saraswati Cycle Yojana: शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा गांव-गांव में ही प्राइमरी स्कूल की सुविधा दी जाती है, लेकिन कई गांव में हाई स्कूल थोड़ा दूर होता है, जिसके चलते कक्षा आठवीं तक की शिक्षा पूरी करने के बाद ज्यादातर बेटियां अपनी पढ़ाई स्कूल दूर होने की वजह से छोड़ देती थी, जिसे दृष्टिगत रखते हुए छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सरस्वती साइकिल योजना शुरू की गई। इस योजना के माध्यम से कक्षा आठवीं पार कर 9वीं में जाने वाली छात्राओं को उनके आगे की शिक्षा में आवागमन हेतु सहूलियत प्रदान करने नि:शुल्क साइकिल का वितरण किया जाने लगा। सरस्वती साइकिल योजना के माध्यम से लाभान्वित होने वाली छात्राएं अपनी आगे की पढ़ाई भी जारी रखने लगी।
छत्तीसगढ़ शासन की योजना से छात्राओं को काफी लाभ हुआ है। सरस्वती साइकिल योजना के माध्यम से इस वर्ष राजनांदगांव में 2600 छात्राओं को साइकिल वितरण किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। राजनांदगांव शहर में कारीगरों के द्वारा युद्ध स्तर पर साइकिलों के पुर्जे फिट किए जाने का कार्य किया जा रहा है। छात्राओं को साइकिल वितरण के मामले में राजनांदगांव कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से सरस्वती साइकिल योजना के तहत 9वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली बेटियों को साइकिल दी जाती है। जिले में इस बार 2600 छात्राओं को साइकिल प्रदान किया जाएगा जिसकी शुरुआत हो चुकी है।
Saraswati Cycle Yojana: कलेक्टर ने कहा कि, प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पहले कक्षा आठवीं के बाद बेटियों के ड्रॉप आउट की संख्या काफी थी, लेकिन इस योजना के आने के बाद से उन्हें आगे की शिक्षा के लिए प्रोत्साहन मिला है। राजनांदगांव शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 9वीं में प्रवेश करने वाली बेटियों को सरस्वती साइकिल योजना के माध्यम से नि:शुल्क साइकिल दिया जाएगा। जिससे उनके घर से स्कूल तक का सफर आसान होगा और स्कूल की ओर बढ़ते साइकिल के पाहिए उनके भविष्य के प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे।