CG-PSC Exam investigation to CBI: रायपुर। राज्य गठन के बाद अपनी पहली ही परीक्षा से विवादों के दलदल में डूबे छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की एक और परीक्षा पर ऐसा विवाद गहराया कि अब इसकी जांच सरकार ने CBI को सौंपने का फैसला कर दिया है…मामला है कांग्रेस सरकार के वक्त 2021 में CG-PSC भर्ती परीक्षा का है…आरोप है कि परीक्षा के पिछले साल जारी हुए फायनल रिजल्ट में परीक्षा से जुड़े अफसरों के बच्चों समेत नेताओं के बच्चों को अनुचित लाभ देकर पास किया गया…बीजेपी ने विपक्ष के रहते हुए इसपर आंदोलन किए, 2023 के चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाया…और अब सत्ता में आते ही इसकी जांच CBI से कराई जा रही है…बड़ा सवाल है कि क्या अब बाकी सभी विवादित परीक्षाओं की जांच होगी ?
CG-PSC-2021 भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी मामले की जांच अब CBI करेगी…बीजेपी सरकार ने राज्य में CBI पर बैन को हटाते हुए इस मामले की जांच सीबीआई से करना का फैसला किया है….दरअसल,CG-PSC-2021 भर्ती परीक्षा की फायनल चयन सूची में छत्तीसगढ़ के बड़े अफसरों और नेताओं करीबी रिश्तेदार के नामों को लेकर विवाद है…आरोप ये कि परीक्षा में अफसरों-नेताओं के बेटे-बेटियों को फेवर किया गया…उस वक्त विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने मुद्दे पर विशाल जन आंदोलन किया…वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने इसपर हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई जिसपर सुनवाई जारी है…2023 विधानसभा चुनाव में BJP अपने घोषणा पत्र में भी सरकार बनने ही इसकी जांच CBI से कराने की बात कही…अब साय सरकार ने वादा पूरा करते हुए इसकी जांच CBI को सौंपने का फैसला किया है…।
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दरअसल, CG-PSC भर्ती परीक्षा में दो तरह से घोटाले की आशंका जताई गई है…पहला मॉडल पेपर लीक के जरिए…भर्ती परीक्षा के फायनल पेपर की जानकारी सिर्फ दो लोगों को होती है एक CGPSC एग्जाम कंट्रोलर और दूसरा CGPSC चेयरमेन यानि अध्यक्ष…बीजेपी का आरोप है कि कुछ रसूखदारों कैंडिडेट से लाखों-करोड़ों की डील के बाद उन्हें पहले से पेपर उपलब्ध कराया गया…दूसरा तरीका उत्तर पुस्तिका में मिले अंक और टेबुलेशन में दर्ज अंकों में छेड़छाड़ वाला हो सकता है…आशंका है कि मेंस परीक्षा के दौरान किसी उम्मीदवार को मिले अंकों को टेबुलेशन के दौरान अंक बढ़ाकर दर्ज करके भी अनुचित लाभ पहुंचाया जा सकता है…अब CBI घोटाले की इन्हीं दोनों आशंकाओं की बारीकी से जांच करेगी…जांच में सभी चयनित उम्मीदवारों की कॉपी जांची जाएगी जिसमें धांधली का खुलासा हो सकता है…सरकार के सीबीआई जांच के आदेश पर अब कांग्रेस का कहना है कि जांच जरूर करवाएं लेकिन बीजेपी तो इस सिर्फ मुद्दा बनाकर माहौल बनाए रखना चाहती है…।
बहरहाल, CG-PSC भर्ती परीक्षा विवाद में सच क्या है ये CBI जांच से सामने आने की उम्मीदा है लेकिन ये भी सच है कि प्रदेश में बीते सालों में हुई कई और भर्ती प्रक्रियाओं पर विवाद है…उनमें भी भ्रष्टाचार की आशंका जताई गई है जैसे- महिला बाल विकास विभाग में 450 पदो पर हुई भर्ती परीक्षा, महात्मा गांधी उद्यानिकी विश्वविद्यालय में 36 पदों पर हुई भर्ती परीक्षा, सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा, संस्कृति विभाग की विभागीय भर्ती परीक्षा…इन सभी परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायत के बाद मौजूदा वक्त में रिजल्ट पर ब्रेक लगा दिया गया है…सवाल ये है कि क्या अब उनसभी परीक्षाओं की भी जांच सरकार कराएगी?
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