Why is BJP celebrating 'Bihar Diwas?' || Image- IBC24 News File
Why is BJP celebrating ‘Bihar Diwas?’: रायपुर: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) देशभर में बिहार दिवस का आयोजन कर रही है। जहां भाजपा शासित राज्यों में इसे सरकारी स्तर पर मनाया जा रहा है, वहीं अन्य राज्यों में बीजेपी संगठन के तहत बिहार मूल के लोगों का सम्मान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी बिहार दिवस मना रही है, लेकिन इसे लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने इस आयोजन पर कड़ा विरोध जताते हुए भाजपा पर सीधा हमला बोला है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकार और संगठन पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या मुख्यमंत्री अब बिहार के मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ दिवस मनाने के लिए पत्र लिखेंगे?” दीपक बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रभारी नितिन नबीन की चापलूसी करने के लिए बिहार दिवस मनाया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि यह आयोजन भाजपा की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।
Why is BJP celebrating ‘Bihar Diwas?’: इससे पहले, बिहार के कैबिनेट मंत्री और छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी नितिन नबीन ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के लिए सोनिया गांधी माता हैं, लेकिन भारत माता नहीं। कांग्रेस देश, राज्य और धर्म के टुकड़े करने वाली पार्टी है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद सभी राज्यों के स्थापना दिवस राजभवन में मनाए जाने लगे हैं। बिहार दिवस भी उसी परंपरा का हिस्सा है।
बीजेपी नेता नितिन नबीन के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “नेहरू-गांधी परिवार पर टिप्पणी करना बीजेपी की आदत बन चुकी है। सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव ठुकराया था और उन्होंने भारत माता के लिए जीवन समर्पित किया है।” अमरजीत भगत ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस का आयोजन पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने भाजपा को सलाह दी कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और गौरव को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
Why is BJP celebrating ‘Bihar Diwas?’: बिहार दिवस के आयोजन को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। जहां भाजपा इसे राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतीक बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे चुनावी रणनीति और राजनीतिक चापलूसी करार दे रही है।आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और राजनीतिक घमासान होने की संभावना है।