Chaitanya Baghel: रायपुर। एक तरफ कांग्रेस कल से न्याय यात्रा की तैयारी में है तो आज पूर्व सीएम के बेटे को थाने की यात्रा करनी पड़ी, जिस पर बीजेपी ने जुबानी वार किया। विपक्ष के सबसे बड़े नेता, पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे और बेटी से भिलाई पुलिस थाने में पूछताछ हुई। मतलब ये कि जिस कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कांग्रेसी गिरौदपुरी से हल्लाबोल करने वाली है, उसी व्यवस्था के सामने जूनियर बघेल हाजिरी देते नजर आए। जिसके बाद प्रदेश की सियासत में उबाल आ रहा है। कांग्रेस इसे बदले का एक्शन बताते हुए सरकार की नीयत पर सवाल उठा रही है तो बीजेपी ने पिछली कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार के साथ-साथ अपराधियों का संरक्षक बता दिया। तय है कि बात निकली है तो दूर तलक जाएगी।
गुरूवार, 26 सितंबर को अचानक भिलाई-3 थाना परिसर में कांग्रेसी नेताओं का जमावड़ा बढ़ने लगा। वजह थी मारपीट मामले में पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल का पुलिस के नोटिस पर बयान देने थाने पहुंचना। एक दिन पहले पुरानी भिलाई थाना पुलिस ने पूर्व CM भूपेश बघेले की बेटी दीप्ति के भी बयान लिये हैं, साथ ही दोनों के मोबाइल जब्त किये हैं। पुलिस ने चैतन्य बघेल से 4 घंटे चली पूछताछ की वीडियोग्राफी भी कराई है।
दरअसल, 19 जुलाई को भिलाई के खूबचंद बघेल कॉलेज के प्रोफेसर विनोद शर्मा से जमकर मारपीट हुई। पुलिस ने आरोपियों के कॉल डिटेल्स और CCTV फुटेज के आधार पर अब तक कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपी रोहित पांडेय, रोहन उपाध्याय कल गिरफ्तार किए गए जबकि, पहले रीवा मध्यप्रदेश से 3 तीन आरोपी गिरफ्तार किये गए। रीवा से गिरफ्तार आऱोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उन्हें प्रोबीर शर्मा और साथियों ने पैसे देकर यहां बुलाया था। मारपीट के प्रमुख आरोपी, प्रोबीर शर्मा और धीरज वस्त्रकार के पूर्व CM भूपेश के बेटे चैतन्य बघेल के बेहद करीबी हैं, अब तक फरार हैं सो पुलिस ने चैतन्य को बुलाकर तकरीबन 4 घंटे तक पूछताछ की।
कांग्रेस ने एक तरफ तो जांच में सहयोग की बात कही तो दूसरी तरफ बीजेपी सरकार पर जुबानी हमला बोला। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी स्तरहीन राजनीति पर उतर आई है। पूर्व CM के परिवार को पहले भी घंटों ACB दफ्तर में बैठाया गया था। अब भी उनके बेटे चैतन्य को थाने बुलाकर परेशान किया जा रहा है, उनकी छवि बिगाड़ी जा रही है। पलटवार में बीजेपी ने भी गंभीर आरोप लगाया कि, पिछली भूपेश सरकार अपराधियों को संरक्षण देते हुए CM हाउस में बैठाकर रखती थी। अगर सब पाक-साफ है तो पुलिस जांच में सहयोग दें।
एक तरफ तो कांग्रेस प्रदेश की कानून व्यवस्था के मसले पर सरकार को घेरने कांग्रेस प्रदेश में न्याय यात्रा की तैयारी कर चुकी है तो दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेता पूर्व CM भूपेश बघेल के पुत्र को थाने में तलब किये जाने के बाद, साफ है कि इस प्रकरण में जांच के बहाने सियासी वार-पलटवार और तीखा, और धारदार होना तय है। सवाल ये है कि चाहे क्या वाकई जनता के असल हित, असल न्याय से इसका कोई सरोकार है ?