Aap Ki Baat: रायपुर। गाय जिसे माता का दर्जा देकर हम पूजते आए हैं, जिसकी तस्करी, हत्या और मांस का कारोबार कर समाज में आग लगाने की साजिश हो रही है। मामला इतना गंभीर है कि छ्त्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार के खिलाफ विहिप- बजरंग दल ने जंगी प्रदर्शन कर गंभीर आरोप लगाए। साय सरकार के सामने लॉ एंड ऑर्डर पर अग्नि परीक्षा जैसे हालात हैं तो मप्र में भी गौवंश पर जमकर शोर मचा हुआ है। कहीं हत्या, कहीं बुलडोजर, कहीं प्रदर्शन, तो कहीं साजिश। सवाल है ये सब अचानक हो रहा है, ये सब होता रहा है और अब सामने आ रहा है या फिर ये सब किसी सियासी रंजिश का हिस्सा है? देखें रिपोर्ट
MP-छत्तीसगढ़, मध्यभारत के दो प्रदेश जहां गौवंश को माता कहकर पूजा जाता है, उन्हीं स्टेट्स की ये दो तस्वीरें साफ इशारा कर रही हैं कि कुछ तो गड़बड़ है। पिछले पखवाड़े भर से गौ-वंश की तस्करी, गौ-हत्या, गौवंश के अवशेष मिलना, सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन, बुलडोजर वाला एक्शन, ये सब संकेत है कि कोई तो है जो शांत प्रदेश की फिजाओं में गौवंश पर क्रूरता कर माहौल को बिगाड़ना चाहता है। बीते दिनों आरंग में गौवंश से भरे एक वाहन का पीछा कर, उसमें सवार 3 लोगों दौड़ाकर पीटा गया। बचने के लिए वो महानदी पुल से कूदे तीनों की मौत हो गई, जिसपर पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया।
इस मामले के विरोध में बुधवार को रायपुर में गौ तस्करी के खिलाफ VHP-बजरंग दल के हजारों कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया और जमकर प्रदर्शन किया। उधर मध्यप्रदेश में जबलपुर कटंगी नगर के पास पहाड़ी पर 50 से अधिक गौवंश के कटे सिर और अन्य अवशेष मिले, बजरंग दल कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विरोध किया। गंभीर बात ये कि ये बीते कुछ दिनों से चला आ रहा सिलसिला दिखाई पड़ता है, जो किसी बड़े षड़यंत्र का इशारा कर रहा है।
कुल मिलाकर बीते पखवाड़े में जो कुछ हुआ है उससे ये साफ नजर आता है कि ये यकायक नहीं हुआ है। इसके पीछे कोई पैटर्न, कोई मोटिव, कोई प्लानिंग हो सकती है। सवाल है आखिर कौन है जो गाय की आड़ में अस्थिरता और अशांति का बीज बो रहा है, उससे भी बड़ा सवाल ये कि क्या सरकारें इसके लिए संजीदा हैं, अलर्ट हैं?