Women reached to lay siege to the police station for prohibition: खरोरा। लोगों का यह हुजूम तपती गर्मी में हाथ में तख्ती लिए महिलाओं की भीड़ यह दृश्य खरोरा थाने का है, जहां भाजपा ने शराबबंदी और अवैध शराब बिक्री को लेकर मोर्चा खोला है। दरअसल क्षेत्र की महिलाओं को अपने गांव में हो रहे खुलेआम अवैध शराब बिक्री से परेशानी है। महिलाओं का कहना है छोटे बच्चे भी शराब में लिप्त हो गए हैं। गली-गली दुकानों पर चौराहों पर अवैध शराब बिक रहे हैं, जिससे बड़े, बूढ़े नौजवान बच्चे सभी नशा खोर हो चुके हैं।
इस मामले को लेकर पूर्व में भारतीय जनता पार्टी ने प्रशासन को ज्ञापन दिया था और एक उग्र आंदोलन की बात कही थी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का माने तो पुलिस प्रशासन सरकार के दबाव में कार्यवाही नहीं करती। ऐसे में शराब माफियाओं का मनमाना रवैया ग्रामीणों को परेशान कर रखा है। अवैध शराब बिक्री को लेकर महिलाएं त्रस्त हो चुकी हैं। क्षेत्र के बीजेपी नेताओं की माने तो लगातार कांग्रेस के लोग अवैध शराब माफिया के रूप में काम कर रहे हैं, जिस तरह से गांव गांव शराब खुशियों का रेला लगा हुआ है। भविष्य में यह खतरनाक हादसा बन सकता है। छोटे बच्चों से लेकर नौजवान बूढ़ों तक शराब की लत से त्रस्त हैं। कोई काम पर नहीं जाता, किसी के घर खाने के लिए दो निवाले नहीं है। महिलाओं बच्चों को पीट रही हैं। ऐसी स्थिति में सरकार को शराबबंदी कर ही देनी चाहिए।
बीजेपी रायपुर जिला ग्रामीण के अध्यक्ष बॉबी कश्यप का कहना है कि सरकार ने गंगाजल को हाथ में लेकर जो कसम खाई थी उसके ठीक विपरीत काम कर रही है। नशा मुक्ति अभियान के प्रदेश प्रभारी वेदराम मन हरे का कहना है कि जिस तरह से सरकार शराब माफिया के रूप में काम कर रही है, आने वाले समय में जनता उसे सत्ता से खींचकर उतारेगी। दूसरी ओर सत्ता पक्ष की विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा ने इस पूरे मामले को दिखावा कहते हुए प्रोपेगेंडा करार दिया और कहा जिस पार्टी के नेता खुद शराब खुशियों से अवैध वसूली में लिप्त है।
वह शराबबंदी की बात करती है यह अशोभनीय है। जिस तरह से पूरे प्रदेश भर में शराबबंदी को लेकर भारतीय जनता पार्टी उग्र हुई है। ऐसे में क्या यह आने वाले चुनाव में मुद्दा बनकर कांग्रेस सरकार के लिए परेशानी का सबब बनने वाला है या फिर भाजपा का चुनावी प्रोपेगेंडा साबित होगा, देखने वाली बात होगी। IBC24 से गजेंद्र रथ वर्मा की रिपोर्ट