‘मैं हस्ताक्षर करता तो मंदिर के साथ मस्जिद का भी निर्माण होता’, धर्मांतरण पर शंकराचार्य निश्चलानंद का बड़ा बयान

Statements of Shankaracharya Nischalananda on conversion शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का धर्मांतरण पर बड़ा बयान सामने आया है।

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  • Publish Date - May 28, 2023 / 02:59 PM IST,
    Updated On - May 28, 2023 / 03:54 PM IST

Shankaracharya Nischalananda on dharmantaran: रायपुर। गोवर्धनमठ पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का धर्मांतरण पर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण पर राजनीतिक दल दोषी है। अपने दायित्व का निर्वाहन नहीं करते, इसलिए धर्मांतर हो रहा है। सेवा के नाम पर हिन्दू को अल्पसंख्यक बनाने का काम हो रहा है। जिसके लिए हिंदू भी जिम्मेदार है। अपनी समस्या का समाधान मिलकर करिए। एक समिति का गठन कीजिए जिसमें विधायक, सांसद, पार्षद को जोड़े। उनसे हर तीन महीने में उनसे उनके कार्यों को पूछे।

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Shankaracharya Nischalananda on dharmantaran: उन्होंने आगे कहा कि गुप्तदल का प्रकट पक्षधर शंकराचार्य का नहीं बन सकता है। शंकराचार्य भगवान शिव का पद है। मैं शंकराचार्य के पद पर 30 साल पहले प्रतिष्ठित हुआ। मेरे अपहरण का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हुआ। आयोध्या में राम मंदिर के साथ मस्जिद का प्रस्ताव आया तो मैंने हस्ताक्षर नहीं किया। मैं हस्ताक्षर करता तो मंदिर के साथ मस्जिद का भी निर्माण होता। नरसिंहराव के शासनकाल में मंदिर के साथ मस्जिद का भी निर्माण होता। मोदी और योगी श्रेय ले रहे हैं अच्छी बात है।

 

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