रायपुर। सदियों से साधु-संत समाज को शिक्षित कर सही दिशा देते आ रहे हैं। वे आध्यात्मिक ज्ञान के साथ-साथ सांसारिक समस्याओं का हल देते आए हैं। मौजूदा दौर में भी कई संतों और कथावाचकों ने सनातन को बचाने हिंदुओं को नसीहत देने वाले बयान दिए हैं। ऐसा ही एक बयान, एक नसीहत दी है दक्षिण कौशल पीठाधीश्वर राजीव लोचन दास महाराज ने, उन्होंने देश में आबादी को लेकर रचे जा रहे एक कुचक्र का जिक्र किया और हिंदूओं से दो टूक कहा कि, सनातन को बचाना है तो 2 बच्चों का चक्कर छोड़ो, कम से कम 4 बच्चे पैदा करो।
सलाह पर सियासी पारा भी हाई है, कांग्रेसियों को सलाह रास नहीं आई है, जबकि बीजेपी ने महाराज की सलाह पर गोल-मोल सा मौन समर्थन दिया है। सवाल है कि क्या वाकई महाराज की चिंता वाजिब है? क्या हिंदू किसी कुच्रक का शिकार होकर 2 बच्चे पैदा कर रहे हैं ? और अगर महाराज की चिंता जायज है तो क्या पक्ष-विपक्ष के पास उसका कोई हल नहीं है?
रायपुर में छठ महापर्व के मंच पर दक्षिण कौशल पीठाधीश्वर राजीव लोचन दास महाराज की हिंदुओं को दी गई नसीहत पर चौतरफा बहस के बीच प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ता दिख रहा है। रजीव लोचन महाराज ने कहा है कि सनातनियों, हम 2 हमारे 2 के चक्कर में सफाचट हो जाओगे, जबकि तुम्हारे दुश्मन हम 5 हमारे 45 सबके हाथ में AK-47 लेकर खड़े हैं। बयान पर बहस छिड़ी तो महाराज ने फिर दोहराया कि वो अपने बयान पर कायम हैं। तो राजीव लोचन दास जी की हिंदुओं को सलाह है कि, कम से कम चार बच्चे पैदा करो.., क्योंकि मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या हिंदू समुदाय की तुलना में तेजी से बढ़ी है जिससे जनसांख्यिकी परिवर्तन का कुच्रक रचा जा रहा है।
राजीव लोचन महाराज की ये सलाह कांग्रेसियों को रास नहीं आई। पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया में कहा कि, महाराज पहले खुद सलाह पर अमल करें पता चल जाएगा महंगाई के दौर में एक बच्चा पालना भी कितना कठिन है तो बीजेपी ने महाराज की हिंदुओं को नसीहत पर सधी प्रतिक्रिया में कहा कि महाराज की चिंता सही है, हिंदुओं से इस पर विचार करना चाहिए। दुनिया भर में बढती आबादी को सारी समस्याओं की जड़ माना जाता है। सबसे बड़ी आबादी के साथ देश में आबादी नियंत्रण के लिए सरकारों ने करोड़ों रुपये खर्च किए हैं। सवाल ये है कि, अगर मुस्लिमों की बढ़ती आबादी से देश-प्रदेश में डेमोग्राफी बदलने की गंभीर समस्या के लिए क्या सत्तासीन दलों के पास कोई समाधान नहीं है?