रायपुर: कांग्रेस की नेशनल को ऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा के साथ प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में हुई बदसलूकी और फिर इससे उठा सियासी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। इस पूरे मामले पर पीसीसी चीफ दीपक बैज की भी प्रतिक्रिया सामने आ चुकी हैं बावजूद कांग्रेस के भीतर इसे लेकर घमासान देखने को मिल रहा हैं। (Radhika Khera Raipur Vivad Kya Hai) ताजा अपडेट यह हैं कि कांग्रेस के पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने राधिका खेड़ा विवाद पर कांग्रेस आलाकमान को खत लिखा हैं। इस खत में उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के पदाधिकारी सुशील आनंद शुक्ला को पार्टी से बर्खास्त करने की मांग की हैं।
एआईसीसी चीफ मल्लिकार्जुन खरगे, संसद राहुल गांधी और पीसीसी प्रमुख दीपक बैज को भेजे खत में सिसोदिया ने लिखा हैं कि सुशील आनंद का कृत्य पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला रहा हैं ऐसे में उन्हें पार्टी से बर्खास्त किया जाना जाना चाहिए। सिसोदिया ने आलकमान से मांग किया हैं कि राधिका खेड़ा विवाद के जाँच के लिए एक समिति का भी गठन किया जाना चाहिए। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेताओं की इस खत को लेकर क्या प्रतिक्रिया सामने आते हैं।
दरअसल मंगलवार को राधिका खेड़ा का पीसीसी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ल के साथ विवाद हो गया था। इसके बाद राधिका खेड़ा रोते हुए नजर आई थी। उन्होंने इसकी शिकायत के लिए बड़े नेताओं से संपर्क भी किया लेकिन उनकी किसी से बात नहीं हुई। वायरल हुए एक वीडियों में राधिका रोते हुए कह रही थी कि पिछले 40 सालो में ऐसा व्यवहार उनके साथ नहीं हुआ। राधिका ने पार्टी छोड़ने तक की बात कह दी थी। हालांकि कांग्रेस ने इस विवाद को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया और पार्टी के भीतर की बात होने और इससे निबट लेने का दावा किया हैं।
इस पूरे मसले को लेकर भाजपा ने भी कांग्रेस नेताओ पर हमले किये है। भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता, विधायक राजेश मूणत और गौरी शंकर श्रीवास जैसे नेताओं ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
पूर्व महामंत्री और एआईसीसी सदस्य अरुण सिसोदिया पिछले कुछ समय से सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। वे अपने बागी तेवर के लिए काफी चर्चा में हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उन्होंने पार्टी नेताओं के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था। (Radhika Khera Raipur Vivad Kya Hai) अरुण सिसोदिया ने कुछ महीने पहले कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखा था। इस खत में आर्थिक गड़बड़ी को उजागर करते हुए आरोप लगाये थे। सबंधित नेताओं पर जांच के बाद कार्रवाई की मांग की थी। सिसोदिया के इस कृत्य के बाद उन्हें शोकॉज नोटिस भी जारी किया गया था।