Radhika Kheda Controversy
Radhika Kheda Controversy: रायपुर। आरोप, सफाई और सियासत… कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस की लड़ाई में अब आरोपों की आंच PCCचीफ, PCC संचार प्रमुख से होते हुए सीनियर नेताओं तक पहुंच गई है। शनिवार को जब राधिका खेड़ा विवाद के बाद रायपुर आईं, बैज से मुलाकात की, अंदर जाते समय और बाहर निकलकर चुनावी माहौल की मिलकर काम करने की दुहाई दी, तो लगा कि अब मामले का पटाक्षेप हो जाएगा। लेकिन, इससे उलट सोमवार को रायपुर से दिल्ली तक छत्तीसगढ़ से MP तक तीखे आरोपों की गर्म लू चली है। सबसे बड़ा सवाल क्या ये सब जानबूझकर हुआ, शिकायतों को जबरन दबाया गया या शिकायतें हीं सियासी लाभ की साजिश के चलते की गईं हैं।
बीते सप्ताह रायपुर PCC दफ्तर राजीव भवन से शुरू हुआ राधिका खेड़ा विवाद, दिल्ली में राधिका खेड़ा के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद भी थमा नहीं है। सोमवार सुबह राधिका खेड़ा ने X-पोस्ट पर शेयर करते हुए कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया। पोस्ट में राधिका ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे अपने इस्तीफे को भी साझा किया। बाद में राधिका ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीनियर कांग्रेसियों, खासकर PCC संचार प्रमुख पर संगीन आरोप लगाए।
राधिका ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सुशील आनंद शुक्ला ने उन्हें होटल में शराब ऑफर की, रात 1 बजे कमरे का दरवाजा खटखटाया, जिसकी शिकायत पर वरिष्ठ नेता मौन रहे। राधिका के मुताबिक, इस सब के पीछे पूर्व CM भूपेश बघेल और सीनियर कांग्रेसी नेता हैं। राधिका ने छत्तीसगढ़ पुलिस से मामले में संज्ञान लेने भी कहा है।वहीं, राधिका के संगीन आरोपों को खारिज करते हुए सुशील आनंद शुक्ला ने उल्टे राधिका खेड़ा को पूरा वीडियो सार्वजनिक करने की चुनौती दी और कहा कि वो मामले में पीछे नहीं हटेंगे, खेड़ा को मानहानि नोटिस भेजेंगे।
विवाद पर उठे सवालों पर PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि, जांच हो चुकी है किस पर क्या कार्रवाई करना है ये पार्टी फैसला करेगी। बैज ने आरोप लगया कि राधिका BJP की भाषा बोल रही हैं। जाहिर है कांग्रेस पर राधिका के संगीन आरोपों से बीजेपी को कांग्रेस पर चढ़ाई करने का बड़ा मौका हाथ लगा है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि यही कांग्रेस का असल चेहरा है, महिला अपमान कांग्रेस का मूल चरित्र है।कुल मिलाकर तीसरे चरण से पहले राधिका खेड़ा विवाद छत्तीसगढ़ PCC, छत्तीसगढ़ संचार प्रमुख के साथ-साथ अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी अपने लपेटे में ले चुका है। PCC में असल में क्या हुआ, कौन दोषी है इसकी जांच कांग्रेस को करनी है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या इससे कांग्रेस को महिला सम्मान के मोर्चे पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है?