Prosecution challan filed on Chhattisgarh DMF Scam: रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश के बहुचर्चित और पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में सामने आये खनिज जिला न्यास मद यानी डीएमएफ घोटाला मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। जानकारी के मुताबिक़ ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में कोर्ट में 8 हजार 21 पन्नों का अभियोजन चालान पेश कर दिया है।
Prosecution challan filed on Chhattisgarh DMF Scam: इस चालान में निलंबित आईएएस रानू साहू और माया वारियर समेत 16 आरोपियों के नाम शामिल है। 90 करोड़ रूपये के घोटाले से जुड़ा यह पूरा प्रॉसिक्यूशन चालान प्रवर्तन निदेशालय के विशेष कोर्ट में पेश किया गया है।
Prosecution challan filed on Chhattisgarh DMF Scam: इस चालान के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने डीएमएफ वेंडर मनोज कुमार द्विवेदी को कोर्ट में पेश किया है। आज उसके चार दिन की कस्टोडियल रिमांड खत्म हुई है। मनोज कुमार इस मामले ली आरोपी निलंबित आईएएस रानू साहू और माया वारियर का करीबी है। ईडी के चालान सूची में मनोज कुमार द्विवेदी का नाम भी शामिल है। बहरहाल ईडी के स्पेशल कोर्ट ने आरोपी मनोज को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
1. डीएमएफ घोटाला क्या है?
डीएमएफ घोटाला खनिज जिला न्यास मद (DMF) से जुड़े भ्रष्टाचार का मामला है, जिसमें सरकारी धन का दुरुपयोग कर 90 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है।
2. प्रवर्तन निदेशालय ने कितने पन्नों का चालान पेश किया?
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में 8,000 पन्नों का अभियोजन चालान पेश किया है।
3. इस मामले में किस-किस का नाम शामिल है?
इस मामले में निलंबित आईएएस रानू साहू, माया वारियर समेत 16 आरोपियों के नाम शामिल हैं।
4. मनोज कुमार द्विवेदी को क्यों गिरफ्तार किया गया?
मनोज कुमार द्विवेदी को गिरफ्तार किया गया क्योंकि वह डीएमएफ घोटाले में निलंबित आईएएस रानू साहू और माया वारियर का करीबी सहयोगी था।
5. आरोपी को कितने दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा गया?
आरोपी मनोज कुमार द्विवेदी को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।