CG Mega PTM: रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुखिया विष्णुदेव साय ने शिक्षा विभाग की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग होगा। बता दें कि पहली बार 6 अगस्त से मेगा पेरेंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन किया जाएगा। CM ने कलेक्टरों को स्कूलों में दौरा करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं सीएम ने कहा, कि जीर्णोद्धार के काम में ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी। स्कूलों में विद्यार्थियों से पेड़ लगावाए जाए।
सीएम विष्णुदेव साय ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि शिक्षा उन्नति का मूल मंत्र है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए। यह सुनिश्चित करें कि स्कूलों में अनुशासन बना रहे। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मैदानी स्तर पर जाकर स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर भी हर माह दो से तीन स्कूलों का दौरा कर वहां निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन और पारदर्शी प्रशासन हमारा लक्ष्य है। राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि बच्चों को स्कूल का बेहतर भवन मिले और वहां पढ़ाई-लिखाई की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित हो।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात में देशवासियों से ’एक पेड़ मां के नाम’ लगाने के आह्वान पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्कूली बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि एक पेड़ मां के नाम के आह्वान से बच्चों का पर्यावरण से जुड़ाव बढ़ेगा। इसमें पालकों और शिक्षकों को शामिल करने से निश्चित ही बड़े पैमाने पर पौध रोपण हो सकेगा। चूंकि सभी मां के नाम पर पेड़ लगाएंगे अतएव इसकी रख-रखाव भी बड़ी जिम्मेदारी से हो सकेगी।
मुख्यमंत्री की अपील के अनुपालन में स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने समस्त कलेक्टरों को विभागीय निर्देश जारी कर दिए हैं। अपने निर्देश में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप हरियाली का दायरा बढ़ाने के लिए व्यापक स्तर पर काम करना है। चूंकि छात्र-छात्राएं देश का भविष्य है। अतः इन्हे जोड़कर पर्यावरण संरक्षण के लिए भी उपयोगी कार्य किया जा सकता है। निर्देशों के अंतर्गत ऐसे स्कूल जहां अहाता है, उनके किनारे-किनारे छायादार पेड़ जैसे नीम, गुलमोहर, करंज, अशोक, अर्जुन आदि लगाये जाने कहा गया है। विद्यार्थी, शिक्षक तथा पालक अपने द्वारा लगाए गए पौधे का वृक्ष बनते तक पालन पोषण एवं सुरक्षा करेंगे।
पौधारोपण हेतु उचित ऊँचाई के पौधे वन विभाग से प्राप्त किया जाना सुनिश्चित करने कहा गया है। पौधारोपण हेतु उचित मापदण्ड के गड्ढे कराने तथा आवश्यक मात्रा में मिट्टी एवं खाद स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने कहा गया है। पौधारोपण शाला प्रवेश उत्सव के दौरान किया जाएगा। इस हेतु जिले का शालावार कलेण्डर तैयार किया जाएगा। विद्यालयों में पौधारोपण के दौरान जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। पौधारोपण के समय शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं से पौधों को सुरक्षित रखने बाबत शपथ ग्रहण भी कराएं जाने के निर्देश दिए गए हैं।