रायपुर : नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत संविदा कर्मियों और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच तलवारें खींच गई हैं। एक तरफ जहाँ संविदा कर्मी अपनी मांगो से पीछे हटने और काम पर लौटने को तैयार नही हैं तो दूसरी तरफ सरकार भी कार्रवाई के मूड में आ गई हैं। (Kya hain samvida karmchariyon ki mang) यही वजह हैं कि शासन की तरफ से प्रदर्शनकारी कर्मचारियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू करने जा रही हैं।
सरकार के इसी फैसले के बाद एक बार फिर से बवाल होता नजर आ रहा हैं। अब संविदा कर्मियों ने सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग की हैं। अपनी इस मांग के साथ वे अम्बेडकर चौक पर जुटे हुए हैं और राजभवन की तरफ कुछ कर रहे हैं। कर्मचारियों के हाथो में इच्छा मृत्यु से जुड़ा पोस्टर भी हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के संविदा कर्मचारी लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। संविदा और अनियमित कर्मचारी विछले लगभग एक महीने से नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि सरकार ने पहले ही संविदा कर्मचारियों की सैलरी में 27 प्रतिशत बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था, बावजूद इसके संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं।
कल सोमवार को संविदा कर्मचारियों ने पूरे परिवार के साथ अपनी मांगों को लेकर प्रर्दशन किया। इस दौरान संविदा कर्मचारियों के साथ उनके बच्चे ही नहीं माता पिता भी साथ थे। (Kya hain samvida karmchariyon ki mang) बता दें कि प्रर्दशन के दौरान एक संविदाकर्मी की मौत हो गई थी, जिसके बाद संगठन की ओर से संवाद रैली निकली गई। इस रैली के माध्यम से संविदा कर्मचारी सकरार को ये संदेश देना चाहते हैं कि उनका और उनके परिवार का भविष्य खतरे में हैं।