Chandra Shekhar Azad in Raipur: रायपुर। भीम आर्मी चीफ और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद रायपुर दौरे पर हैं। राजधानी रायपुर के साइंस कालेज मैदान में सामाजिक न्याय यात्रा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें शामिल होने के लिए भीम आर्मी चीफ सांसद चंद्रशेखर आजाद आए हुए हैं। बता दें कि ये कार्यक्रम भीम आर्मी भारत एकता मिशन के तत्वाधान में आयोजित किया गया है। बलौदा बाजार हिंसा में गिरफ्तार सतनामी समाज के लोगों के विरोध में सामाजिक न्याय यात्रा का आयोजन किया गया है। बता दें कि गिरफ्तारी के विरोध पिछले 15 दिन से प्रदेश भर में सामाजिक न्याय यात्रा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि, जो लोग जेल में हैं वो क्रांतिकारी है। जेल क्रांतिकारियों का गहना होती है। स्तनामी समाज के लोग धर्म की रक्षा करने गए थे, उन्हे षड्यंत्र कर फंसाया गया। जो लोग जेल गए हैं वो छूट कर और मजबूत बनेंगे और एक दिन वो इस प्रदेश की सरकार चलाएंगे। चंद्रशेखर आजाद ने काह कि, भीम आर्मी की मांगे और ज्ञापन पढ़ रहा हूं। एक वचन दे रहा हूं, जबान दे रहा हूं वरना कभी लौट कर छत्तीसगढ़ नहीं आऊंगा।
चंद्रशेखर आजाद पहली मांग करते हुए कहा कि, अमर गुफा की घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए। आगजनी और हिंसा की सीबीआई जांच हो, जितने लोग गिरफ्तार किए गए उनको बिना शर्त रिहा करे। राज्य सरकार प्रमोशन में भी आरक्षण लागू करे। जिसकी जितनी भागीदारी उसको उतनी हिस्सेदारी मिले। जातिगत जनगणना के बाद SC को 16 प्रतिशत आरक्षण मिले। न्यूनतम वेतन कम से कम 700 रुपए प्रतिदिन किया जाए। प्रदेश में निःशुल्क शिक्षा और सामान शिक्षा व्यवस्था लागू हो। सभी अधिकारियों के बच्चों को सरकारी स्कूलों को पढ़ाया जाए। सरकारी संपत्ति का निजीकरण खत्म कर राष्ट्रीयकरण किया जाए। क्रीमी लेयर व्यवस्था को खत्म किया जाए।
मुसलमानो, अदिवासियों की मॉब लॉन्चिंग प्रणाली को खत्म किया जाए। आवारा पशुओं के नाम पर आबंटित जमीन में गो शाला बनाकर भेजा जाए। आजाद ने कहा कि, ज्यादातर दुर्घटना आवारा मवेशियों के कारण हो रही है। छत्तीसगढ़ में सामान्य वर्ग के लोग फर्जी जाति प्रमाण पत्र बना कर नौकरी कर रहे हैं उसकी जांच कर भांडफोड़ किया जाए। जाती प्रमाण पत्र के 50 साल पुराना दस्तावेज मांगे जाते हैं वो व्यवस्था खत्म की जाए।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि, मैं पुलिस और प्रशासन लोगों को कहना चाहता हूं कि, आंदोलन करने वालों को डराया जाता है। प्रशासन के लोग याद रखें… सरकारें पलटती रहती है, कहीं ऐसा न हो सरकार कमजोर वर्ग के हाथ में आ जाए। रिटायरमेंट के बाद भी जांच करवा सकते हैं। मंच से सांसद चंद्रशेखर ने खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आज के बाद सतनामी समाज के लोगों के साथ अन्याय हुआ तो दिल्ली में छत्तीसगढ़ भवन में एक भी मंत्री को ठहरने नहीं देंगे। एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ भवन तक अपने हिसाब से स्वागत करेंगे। जो जेल छत्तीसगढ़ की जेल में है, वो आपके हितों की रक्षा के हैं। जब वो बाहर आएंगे तो फूल से उनका स्वागत करेंगे।
भीम आर्मी चीफ ने कहा कि, हरियाणा जम्मू चुनाव के बाद संसद का सत्र है। अगर, तब तक सतनामी समाज के लोग बाहर नहीं आए तो यहां कदम नहीं रखूंगा। भूख हड़ताल करनी पड़े, आंदोलन करना पड़े, सड़क पर उतरना पड़े सब करेंगे। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि, मैं आप लोग से राय चाहता हूं, लोगों का बहिष्कार करना चाहिए। घरों के बाहर बहिष्कार का बोर्ड लगना चाहिए। सरकार जो हमारे समाज को रक्षा नहीं कर सकती उसे रहने का अधिकार नहीं है।
सांसद चंद्रशेखर ने सवाल उठाते हुए कहा कि 5 विधायक अगर हमारे होते तो क्या सरकार सतनामियों को जेल भेज पाते? अक्टूबर तक क्रांतिकारी छूटना चाहिए। जो लोग जेल में बंद हैं उन्हें आप लोग आगे बढ़ा दो, मैं आपकी ताकत को जनता हूं। आजाद ने कहा कि, मैं अगर एक इशारा कर दूं तो छत्तीसगढ़ बंद हो जाएगा। लेकिन, मैं चाहता हूं आप लोग संवैधानिक रूप से चलें। मैं वादा करता हूं 1 महीने में हरियाणा जम्मू का चुनाव हो जाएगा।
भीम आर्मी चीफ ने कहा कि, 1 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ भवन का घेराव करेंगे। जब तक जेल में बंद लोग छूटेंगे नहीं, हम आंदोलन करेंगे। ये अब आर-पार की लड़ाई है। सांसद आजाद ने कहा कि, 11 तारीख को दिल्ली में रैली है वहां भी इस मुद्दे को उठाएंगे। आप लोग भी रैली में शामिल हों। भीम आर्मी चीफ नवजवान साथियों से अनुरोध करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचे। सांसद आजाद ने जेल में बंद आरोपियों के परिजनों को चंद्रशेखर ने मंच में बुलाया और कहा कि अक्टूबर में हम सामुदायिक गिरफ्तारी देंगे, जो लोग जेल में हैं कल समाज उनको सम्मान देगा, वो MP MLA बनेंगे।