Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुर: Farmers are not getting the lump sum amount for paddy प्रदेश में धान खरीदी की शुरुआत बीते 14 नंवबर से हो चुकी है। वहीं यह बात भी सामने आयी है कि इस बार भी किसानों को धान की एकमुश्त राशि 3100 रुपए नहीं मिलने वाली है। इस बीच कुछ जगहों से 21 क्विंटल की धान खरीदी नहीं होने की शिकायतें भी आ रही है। दोनों मुद्दों पर अब कृषि मंत्री और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने आ गए हैं।
आपको बता दें कि मुंगेली जिले के गांव में 21 क्विंटल धान खरीदी नहीं होने के कारण किसान चक्काजाम में बैठे थे। इसी तरह की स्थिति कुछ अन्य जगहों पर भी देखने को मिल रही है। जिस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत राज्य सरकार पर किसानों से वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने बताया की कोरबा के पाली क्षेत्र में किसानों से अनावरी रिपोर्ट के आधार पर धान खरीदी हो रही है। जिसके तहत किसानों से मात्र 12, 13 या 15 क्विंटल ही प्रति एकड़ खरीदी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने चुनाव के दौरान धान की राशि ₹3100 एकमुश्त देने की बात कही थी। लेकिन आज धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ही दिया जा रहा है।
चरणदास महंत के आरोपों पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम का बयान सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस गलत जानकारी दे रही है। सभी धान खरीदी केंद्रों में एक सिस्टम के तरह धान खरीदी हो रही है। किसानों से 21 क्विंटल धान ही खरीदी कर रहे हैं।
वहीं उन्होंने धान के एकमुश्त राशि 3100 रुपए नहीं दिए जाने पर कहा कि कांग्रेस किसानों को चार किस्तों में राशि देती थी। किसानों को इसके लिए कितना घूमना पड़ता था जो आज कांग्रेसी इसे मुद्दा बना रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी किसान को राशि की जरूरत है तो ₹10000 तक नगद धान खरीदी केंद्र से ले सकते हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब किसानों से किया गया वादा पूरा नहीं हो रहा है। इससे पहले भी कांग्रेस की सरकार चार किस्तों में धान की राशि देकर किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। तो वहीं 21 क्विंटल धान खरीदी नहीं होने की कुछ शिकायतों पर जिम्मेदारों को तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए। जिससे कि किसानों को उनके मेहनत का उचित लाभ प्राप्त हो।