Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुरः Ex MLA Brihaspati Singh Say Sorry to TS Singh विधानसभा चुनाव 2023 में मिली हार के बाद से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी बिखरी हुई है। पार्टी के ही नेता अपने वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन इस बीच पूर्व विधायक बृवृहस्पत सिंह के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं पार्टी से निष्कासित होने के बाद अब वृहस्पत सिंह कांग्रेस में वापसी के लिए पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सहित सभी नेताओं से माफी मांग रहे हैं।
Ex MLA Brihaspati Singh Say Sorry to TS Singh पूर्व विधायक वृहस्पत सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार जाने के बाद विचलित हो गया था। जाने-अनजाने में मेरे से गलती हुई है इसलिए तत्कालीन प्रभारी के खिलाफ बयान दे दिया था। उन्होंने टीएस सिंहदेव को लेकर कहा कि सिंहदेव सरगुजा के महाराजा है और हम प्रजा हैं। टीएस सिंहदेव को हमें डांटने फटकारने का अधिकार है। मैं सभी अपने बड़े नेताओं से क्षमा मांगता हूं। साथ ही पार्टी में वापसी के लिए आवेदन दे रहा हूं।
दरअसल रामानुजगंज के पूर्व विधायक वृहस्पत सिंह ने विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद तत्कालिन कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार ठहराया था। वृहस्पत सिंह ने दोनों पर पार्टी के खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया था। ये पहली बार नहीं था जब वृहस्पत सिंह ने पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी की थी। इससे पहले जब वृहस्पत सिंह पर हमला हुआ था तो उन्होंने इसके लिए टीएस सिंहदेव और उनके भतीजे पर आरोप लगाया था। जबकि कांग्रेस की सरकार बनने से पहले वृहस्पत सिंह पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव के करीबी नेता माने जाते थे।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2018 में सरगुजा की जनता को उम्मीद थी कि टीएस सिंहदेव को सीएम बनाया जा सकता है। इसी उम्मीद में यहां की जनता ने सभी 14 सीटों पर कांग्रेस नेताओं को जीताया था। लेकिन परिणाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल को सीएम बनाया। वहीं, भूपेश बघेल के सीएम बनते ही वृहस्पत सिंह सहित अन्य विधायक पाला बदलकर भूपेश खेमे में आ गए थे। लेकिन अब फिर से ये नेता बाबा के समर्थन में आने की कवायद में लगे हुए हैं।
वृहस्पत सिंह ने कांग्रेस पार्टी में वापसी के लिए माफी मांगी है क्योंकि उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और कुमारी शैलजा पर विधानसभा चुनाव में मिली हार का दोष डाला था। उन्होंने अब अपनी गलती स्वीकार कर सभी बड़े नेताओं से क्षमा मांगी है।
वृहस्पत सिंह ने टीएस सिंहदेव को ‘सरगुजा के महाराजा’ कहा और कहा कि उन्हें डांटने का अधिकार है। यह बयान उन्होंने अपनी पार्टी में वापसी की प्रक्रिया में दिया था।
वृहस्पत सिंह पहले पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के करीबी नेता थे, लेकिन अब वे भूपेश बघेल के समर्थन में आने की कोशिश कर रहे हैं।
2018 विधानसभा चुनाव में सरगुजा की जनता को उम्मीद थी कि टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, लेकिन कांग्रेस ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बना दिया, जिससे कुछ नेताओं में असंतोष था।
वृहस्पत सिंह ने कांग्रेस पार्टी में वापसी के लिए आवेदन दिया है, और उनके द्वारा नेताओं से माफी मांगने के बाद उनकी वापसी की संभावना बनी हुई है।