CG Ki Baat: रायपुर। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए मुसीबत साबित होने वाले महादेव सट्टा एप घोटाले का जिन्न लोकसभा चुनाव के पहले एक बार फिर बाहर निकल आया है। छत्तीसगढ़ पुलिस की EOW ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। राजनांदगाव लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल के खिलाफ दर्ज हुई ये FIR ना केवल लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में प्रमुख मुद्दा रहेगा। बल्कि ये भूपेश बघेल के सियासी करियर के लिहाज से भी अहम साबित होगा। आज के इस स्पेशल बुलेटिन में हम भूपेश बघेल के खिलाफ दर्ज हुई FIR के सियासी और कानूनी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इस चर्चा के लिए हमारे साथ हमारे खास गेस्ट भी मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और गारंटी को छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने पूरा कर दिया। महादेव सट्टा एप केस में छत्तीसगढ़ पुलिस की EOW यानी आर्थिक अनुसंधान शाखा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 आरोपियों पर FIR दर्ज कर ली है। ये FIR ईडी की ओर से दाखिल की गई चार्जशीट के आधार पर दर्ज की गई है। FIR में कहा गया है कि महादेव एप प्रमोटर्स को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी के साथ प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों का संरक्षण प्राप्त था। इस प्रोटेक्शन की एवज में एप प्रमोटर्स की ओर से भारी भरकम रकम दी जाती थी। ये वही प्रोटेक्शन मनी थी जिसका जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी सभाओं में किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिस 508 करोड़ रुपए प्रोटेक्शन मनी के तौर पर दिए जाने का जिक्र कर रहे थे, इसका आरोप इस एप के प्रमोटर्स शुभम सोनी ने दुबई से जारी अपने एक वायरल वीडियो में लगाया था। इस वीडियो में वो तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए जाने का दावा कर रहा था। महादेव ऐप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम पहले भी आया था। जब पिछले साल 2 नवंबर को ईडी ने असीम दास नाम के शख्स को 5 करोड़ 39 लाख रुपयों के साथ राजधानी रायपुर के एक होटल से पकड़ा था। ईडी के मुताबिक असीम दास ने स्वीकार किया था उसे ये रकम महादेव एप के प्रमोटर शुभम सोनी की ओर से छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव प्रचार में खर्च के लिए किसी ‘बघेल’ राजनेता को देने के लिए दी गई है। ED की उसी चार्जशीट के आधार अब EOW की ओर से FIR दर्ज कर लिये जाने के बाद भाजपा ने भूपेश बघेल पर चौतरफा हमला बोल दिया है।
CG Ki Baat: चूंकि भूपेश बघेल पर FIR लोकसभा चुनाव से पहले दर्ज हुई है और वो राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार हैं, लिहाजा खुद भूपेश और बाकी कांग्रेस नेता भी इसकी टाइमिंग पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता भले इस FIR के पीछे सियासत तलाश रहे हों लेकिन गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने पर भ्रष्टाचारियों को उल्टा लटकाकर सीधा करने की चेतावनी तो पहले ही दे चुके थे। बहरहाल महादेव एप केस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ दर्ज हुई FIR के बाद शुरू हुई सियासी बयानबाजी से एक बात तो साफ हो गई कि विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव के दौरान भी ये मुद्दा काफी गरम रहने वाला है।